इनकम टैक्स छापेमारी की खबर में सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष दीपक मधोक के नाम को घसीटने पर अमर उजाला, आज अखबार और पोर्टल पर ठोका 5-5 करोड़ का मानहानि नोटिस
वाराणसी 14 मार्च को शहर के दो जाने माने शिक्षण डैलिम्स सनबीम व सनबिम शिक्षण समूह पर अचानक इनकम टैक्स छापेमारी की खबर मीडिया की सुर्खियां बन गईं। जिसमें कुछ जाने माने अखबारों के द्वारा सोशल मीडिया साइटस और प्रिंट मिडिया पर यह खबर प्रसारित की गई की आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम ने सुबह से ही सनबीम समूह और डैलिम्स समूह के वित्तीय लेनदेन और बैंक खातों को खंगालना शुरू किया। आयकर अधिकारियों के अनुसार डैलिम्स सनबीम के लगभग 50 बैंक खातों को सीज किया गया है। इसमें एक्सिस, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और आईसीआईसीआई बैंक के खाते शामिल हैं। आरोप है कि शैक्षिक संस्थान ने इनकम टैक्स नहीं जमा कराए हैं। कुछ अन्य मामले भी हैं। इसी वजह से आयकर विभाग ने बैंक में जमा एफडी और दोनों समूह के लगभग 50 बैंक खाते सीज कर दिए। विभाग की टीमें देर रात तक सर्वे करती रहीं।
इस खबर के बाद मीडिया जगत में हड़कंप मच गया। क्लाउन टाइम्स ने जब खबर की तह तक जाने पर पता किया कि इस खबर में आधा सच और आधा झूठ निकला। इनकम टैक्स विभाग की कार्यवाई केवल डैलिम्स सनबीम के खिलाफ हुई है।
इस बारे में डैलिम्स शिक्षण समूह के चेयरमैन प्रदीप मधोक बाबा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मेरा व्यक्तिगत तीन केस अपील में है। बगैर नोटिस या सूचना के स्कूल, जिम आदि के बैंक खाते जबरन सीज कर दिए गए। जबकि यह मेरा व्यक्तिगत केस है। इसमें शिक्षण समूह, जिम का कहीं नाम नहीं है, फिर भी इस तरह का कृत्य करके छवि खराब करने की कोशिश की गई। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।
यही नहीं सनबीम शिक्षण समूह के चेयरमैन दीपक मधोक ने कहा कि किसी भी तरह की कोई सर्वे या कार्रवाई उनके यहाँ नहीं हुई है। यह फेक न्यूज है, ऐसा कृत्य करने वाले समाचार पत्र अमर उजाला और आज अखबार के अलावा एक पोर्टल के रिपोर्टर के खिलाफ 5 करोड़ की मानहानि की नोटिस भेज दिया है बस उनके जवाब का इंतजार है, आगे कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए मुकदमा भी किया जायेगा। कहा कि कुछ लोग हैं, जो इस तरह का अफवाह फैला मेरी और मेरे विद्यालय की छवि खराब करने के नाकाम कोशिश कर रहे हैं। आज अखबार में उनके और उनके बेटे के विरुद्ध वर्ष 2013 में चारसौबीसी वाले जिस FIR का उल्लेख किया गया है, उसे माननीय सुप्रीम कोर्ट ने 20 जनवरी 2024 को रद्द कर दिया है।
इस पूरे मामले को लेकर सनबिम शिक्षण समूह की लीगल टीम मिडिया में प्रकाशित सभी खबरों के सभी फलूओं का अध्ययन कर रही है और बहुत ही जल्द सभी मीडिया हाउस के खिलाफ सनबीम शिक्षण समूह प्रत्येक के खिलाफ 5 करोड़ रूपये की मानहानि का मुकदमा भी करने की तैयारी में है । फिलहाल सनबीम शिक्षण समूह की ओर से संदीप मुखर्जी ने उन सभी मीडिया समूह को करोड़ो रूपये की मानहानि की लीगल नोटिस भेज दिया है, जिसके चलते मिडिया जगत में हड़कंप मच गया है।
अब देखना है आयकर की छापेमारी के बाद डैलिम्स सनबीम के अध्यक्ष प्रदीप बाबा मधोक और सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक का अगला कदम क्या होगा ?