वाराणसी। उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने 75 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस वित्तीय वर्ष में जनपद ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में आठवीं बार पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की और भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड (जनवरी 2024) में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है, जिसमें वाराणसी एक बार फिर से पहले स्थान पर है। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा दिये जा रहे दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य करने से वाराणसी ने इस वित्तीय वर्ष आठवीं बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जनपद में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का पर्यवेक्षण मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप इस वित्तीय वर्ष में वाराणसी की अभी तक की उपलब्धि 78 प्रतिशत जबकि जनवरी माह की उपलब्धि 75 प्रतिशत है। प्रदेश की जनवरी माह की उपलब्धि 58 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष की 62 फीसदी है। इस तरह से देखा जाए तो वाराणसी की स्थिति प्रदेश की उपलब्धि से काफी बेहतर है। उन्होंने बताया कि मंथली हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड के अनुसार सिजेरियन प्रसव, नियमित व सम्पूर्ण टीकाकरण, परिवार नियोजन के स्थायी साधनों, गर्भावस्था में प्रसव पूर्व जांच (हीमोग्लोबिन), गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, टीबी नोटिफिकेशन, गर्भावस्था के दौरान एचआईवी की जांच समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। सीएमओ ने कहा कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंट) एवं स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। सीएमओ ने बताया कि मंथली हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में ब्लॉक स्तर पर बड़ागांव पीएचसी को पहला, सेवापुरी पीएचसी को दूसरा, अराजीलाइन सीएचसी को तीसरा, हरहुआ पीएचसी को चौथा, मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ) सीएचसी को पाँचवाँ, पिंडरा पीएचसी को छठवाँ, चोलापुर सीएचसी को सातवाँ, चिरईगांव पीएचसी को आठवाँ और शहरी इकाई को नौवाँ स्थान मिला है। जिन ब्लॉक की स्थिति निराशाजनक है उन्हें कार्य के प्रति गंभीरता दिखाने के लिए निर्देशित किया गया है।