वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की उपस्थिति में सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक बैठक कलेक्ट्रेट स्थित राइफल क्लब सभागार में हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रसव पूर्व जांच (एएनसी), जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई), प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान सहित अन्य विभागीय योजनाओं की प्रगति के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह से विस्तार से जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) पंजीकरण में लक्ष्य से बेहद अधिक रिपोर्टिंग करने के लिए बड़ागांव पीएचसी के नोडल अधिकारी की जांच कराने का निर्देश दिया। पिंडरा पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी को प्रसव पूर्व जांच में लक्ष्य के सापेक्ष बेहद कम उपलब्धि होने के कारण इस माह भी वेतन रोकने का निर्देश दिया। बार बार कहने के बावजूद भी कोई सुधार नहीं दिखाई देने पर कड़ी कार्यवाई करने का निर्देश दिया। पिंडरा पीएचसी की हर कार्यक्रम में बेहद कम उपलब्धि के लिए नोडल अधिकारी का भी वेतन रोकने का निर्देश दिया। साथ ही निर्देशित किया कि अगली डीएचएस की बैठक में शत प्रतिशत उपलब्धि नहीं होने पर कार्यवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) का भुगतान लक्ष्य के सापेक्ष कम होने पर बड़ागांव पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने एवं चोलापुर सीएचसी के अधीक्षक का वेतन रोकने के साथ ही प्रतिकूल प्रविष्टि भी गई। इसके साथ ही नियमित टीकाकरण अभियान, मातृ मृत्यु समीक्षा सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
बैठक में समस्त राजकीय चिकित्सालयों के अधीक्षक, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी, डीसीपीएम, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक एवं अन्य विभागीय अधिकारी तथा स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।