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राष्ट्र संत गाडगे बाबा एक महान संत और समाज सुधारक थे : सौरभ श्रीवास्तव



 24/Feb/24

स्वच्छता के प्रथम जनक बाबा संत गाडगे महाराज की 148वीं जयंती पर पटिया व भवनिया धोबी घाट द्वारा संयुक्त रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाराणसी कैन्ट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव रहे। इस मौके पर उन्‍होंने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि गाडगे बाबा एक महान संत और समाज सुधारक थे। वह गांव-गांव घूम-घूम कर अपने कीर्तनों के माध्यम से लोगों के बीच शिक्षा स्वच्छता और आत्मनिर्भरता का प्रचार प्रसार करते थे। वह लोगों से कहते थे कि जीवन में प्रगति करने के लिए, उन्नति करने के लिए शिक्षा आवश्यक है। उन्होंने समाज के पिछड़े, वर्ग के लोगों में, गरीबों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार किया। शिक्षा के बारे में लोगों को जागरूक किया। शिक्षा के महत्व को बताया और अपने लोगो को खूब पढ़ने की प्रेरणा दी। हम सभी जानते है कि संत गाडगे महाराज धोबी समाज से आने वाले अत्यंत प्रखर संत पुरुष थे। धोबी समाज पारंपरिक रूप से कपड़े धोने, रंगने और प्रेस करने का काम सदियों से करता आ रहा है। आज भले ही वाशिंग मशीन आ गई हो, लेकिन अधिकांश सफाई आज भी धोबी घाट पर ही हो रही है, धोबी घाट पर एक पत्थर होता है जिस पर पटक पटक कर कपड़ों के मैल धोए जाते हैं। मित्रों, दरअसल यह समाज का मैल होता है और धोबी समाज पौराणिक काल से इस मैल को साफ करता आ रहा है। मैल धोने का यह काम श्रेष्ठ काम की श्रेणी में था, और समाज इस कार्य को उत्कृष्ट मानता था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष नंदू कन्नौजिया ने कहा कि स्वच्छता शिक्षा के प्रचारक श्रमजीवी सन्त गाडगे जी ने दलित समाज के उत्थान के लिए अनेको अनेक कार्य किये। समिति के महामंत्री रजनीश कन्नौजिया ने बाबा संत गाडगे जी का जीवन परिचय देते हुए कहा कि संत गाडगे महाराज जी महाराष्ट्र के अमरावती जिले मे 23 फरवरी 1876 को जन्मे थे। महान सन्त गाडगे बाबा की जयन्ती पर हम उन्हें नमन करते हैं। बाबा सदैव अपने साथ मिट्टी का घड़ा जिसे मराठी में गाडगा कहते हैं व हाथ में झाड़ू रखते थे जिसके कारण उनका नाम गाडगे बाबा पड़ा।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजू कन्नौजिया ने बाबा के विचारों को बताया कि "बाबा ने सदैव महिलाओं की शिक्षा, मद्य निषेध, पीड़ित, वंचित व पिछड़े समाज के लोगो के लिए अनेको विद्यालय, धर्मशालाए, अस्पताल, आश्रय. गौशाला, तालाब व कुएँ बनवाएं।

विशिष्ठ अतिथि विनोद कन्नौजिया, फुटबाल कोच बीएलडब्ल्यू ने कहा कि छूआ-छूत खत्म करना व चरित्र निर्माण पर इन्होने विशेष बल दिया। ऐसे महान राष्ट्र सन्त बाबा गाडगे महाराज की जन्म जयन्ती पर हम उन्हें याद करके श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

कार्यक्रम में लल्लन मुख्तियार, नन्हे मुख्तियार, पार्षद राजेश कन्नौजिया, भवनिया संचालन समिति अध्यक्ष विनोद कन्नौजिया, पटिया संचालन समिति अध्यक्ष राजू कन्नौजिया, महानगर अध्यक्ष राजेश कन्नौजिया, प्रदीप कन्नौजिया, दीपक कन्नौजिया, सोनू कन्नौजिया, शिवकुमार, मंगल कन्नौजिया सहित सैकड़ों की संख्या में रजक समाज के लोग उपस्थित रहे।


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