जनपद के सभी संस्कृत के छात्रों को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर मुफ्त में देगा ड्रेस और पुस्तकें
वाराणसी। पहली बार 12 ज्योर्तिलिंग में से एक बाबा विश्वनाथ धाम में सांसद संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता 17 और 18 फरवरी को सपन्न होगा, जिसमें जनपद के संस्कृत विद्यालयों के कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12 तक के बच्चे प्रतिभाग करेंगे। बच्चों को निशुल्क में पुस्तक और ड्रेस देने का प्रस्ताव रखा गया है, जिस पर न्यास ने इस पुनीत कार्य की सराहना करते हुए तत्काल अनुमोदन और अगले एक दो माह में ही इसको पालन करने पर सहमति व्यक्त की गई। संस्कृत विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी एक-एक सेट पुस्तकों की उपलब्ध कराया जायेगा। सभी विद्यालयों में वाद्य यंत्र भी देने की बात की गई।
काशी विश्वनाथ मंदिर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर संस्कृत प्रतियोगिता आयोजित करने जा रही है इसमें अन्तर विद्यालयी सहित सभी स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें सैकड़ों छात्र प्रतिभाग करेंगे। जनपद के सभी संस्कृत विद्यालय, महा विद्यालय के छात्र इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। कक्षा 6 से आचार्य तक छात्र भाग लेंगे। प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले प्रतिभागी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पुरस्कार दिया जायेगा।
विश्वनाथ की आशीर्वाद से कोई भूखा नहीं सोता है इस तर्ज पर ही शहर के स्टेशन, बस अड्डे और घाटों पर रहने वाले लोगों को प्रतिदिन बाबा का प्रसाद बनाकर वितरण करने का भी प्रस्ताव न्यास में रखा गया, इस पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा बताया गया की मंदिर के अन्नक्षेत्र में प्रसाद तैयार कर मंदिर के ही वाहनों से पैकेजिंग करने के उपरांत दोपहर में यह प्रसाद शहर के कुछ जगहों पर वितरण किया जाएगा, आगे जहां जैसी जरूरत पड़ेगी उन जगहों पर भी यह प्रसाद का पैकेट प्रतिदिन लोगों को निशुल्क रूप से कराया जा सकेगा, इस पर भी न्यास ने सहमति प्रदान की गई। न्यास की बैठक में भूमि और भवन के उपयोग के लिए एक आर्किटेक्ट कंपनी को इन पैनलमेंट करने पर भी चर्चा की गई, आगामी भविष्य में बढ़ती दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए उनकी सुविधाओं में इजाफा करने का भी निर्णय हुआ, जिसमें भूमि भवन का क्रय कर सड़कों की चौड़ीकरण, पार्किंग आदि पर भी चर्चा की गई। बैठक में चार दशक बाद पुजारी सेवा नियमावली को लेकर भी चर्चा हुई, जिसे न्यास परिषद ने सर्वसम्मत से सहमति प्रदान की गई, बैठक में न्यास के सदस्य और संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल जी ने संस्कृत विश्वविद्यालय की महत्व को बताते हुए न्यास परिषद को विश्वविद्यालय के कार्यों में सहयोग करने की बात कही गई, जिसमें न्यास परिषद के अध्यक्ष ने भवन के मरम्मत और उनके रखरखाव को लेकर एक करोड रुपए तक का बजट न्यास परिषद की ओर से देने की सहमति प्रदान की गई। तिरुपति बालाजी और महाकाल की तर्ज पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी प्रसाद की एक अलग रेसिपी तैयार करने की चर्चा हुई, जिस पर धार्मिकता को देखते हुए प्रसाद तैयार करने को लेकर सहमती प्रदान की गई।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मंदिर के ट्रस्टी प्रोफेसर चंद्रमौली उपाध्याय, प्रोफेसर बृजभूषण ओझा, पंडित दीपक मालवीय, वेंकट रमन घनपाठी, पंडित प्रसाद दीक्षित, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।