साल के सबसे बड़े स्नान मौनी अमावस्या पर वाराणसी, चंदौली और प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए गंगा के घाटों पर उमड़े। इन श्रद्धालुओं के गंगा स्नान को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें वाराणसी, चंदौली और प्रयागराज के प्रमुख घाटों पर तैनात रहीं और सुरक्षित रूप से पर्व को पूरा कराया।
एनडीआरएफ की टीमें वाराणसी के दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, राजघाट, मन मंदिर घाट, चंदौली के बलुआ घाट तथा प्रयागराज के प्रमुख घाटों और संगम पर तैनात रहीं। ये टीमें लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं और बचावकर्मियों, रेस्क्यू मोटर बोट, वाटर एम्बुलेंस, गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय और अन्य बचाव उपकरणों से लैस हैं।
एनडीआरएफ के बचाव कर्मी अधिक गहरे पानी वाली जगहों को चिन्हित कर श्रद्धालुओं को वहां जाने से रोक रहे थे। प्रशिक्षित गोताखोर नदी में श्रद्धालुओं पर पैनी नजर रखे हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए अपील की है कि वे स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के लिए हर एक व्यक्ति का जीवन बहुमूल्य है।