75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, 11 एनडीआरएफ वाराणसी ने अपने वाहिनीं मुख्यालय परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस उपलक्ष्य पर वाहिनीं के रेस्क्यूअर्स को विभिन्न प्रकार की आपदाओं में उत्कृष्ट राहत एवं बचाव कार्य करने के लिए महानिदेशक मेडल एवं प्रशंसा पत्र, एनडीआरएफ मेडल, आंतरिक सुरक्षा पदक एवं उत्कृष्ठ सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक, 11 एनडीआरएफ ने बल के कार्मिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि "अपने देश का इतिहास कई महान नेताओं और क्रांतिकारियों की गाथाओं से भरा हुआ है। देश के गौरवान्वित कर देने वाले इतिहास में कई लोगों ने अपने प्राण न्योछावर करते हुए हमें एक गणतंत्र राज्य दिया है और इसे सुंदर और सुरक्षित रखना हमारा परम कर्तव्य है। भारत का संविधान सभी देशवासियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों से रू-ब-रू कराता है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 11 एनडीआरएफ ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आई आपदाओं में अपनी कुशलता और सेवा भावना से लाखों लोगों के जीवन की रक्षा की है। एनडीआरएफ अपने ध्येय वाक्य "आपदा सेवा सदैव सर्वत्र" को सार्थक करते हुए किसी भी प्रकार की आपदा में लोगों की सुरक्षा के लिए तत्पर है।
श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह स्थल, अयोध्या में किसी भी प्रकार के प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं से निपटने हेतु हम सभी के लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है की एनडीआरएफ के बचाव कर्मी के रूप में देश स्तर के इतने बृहद रूप के आयोजन के दौरान सेवा करने का मौका मिला। अभी भी एनडीआरएफ की तीन टीम अयोध्या में तैनात है। जिसमें एक टीम केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर आपदा (सीबीआरएन) के लिए है, वहीं दूसरी टीम कॉलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएसआर) से संबंधित आपदाओं से निपटने के लिए सभी प्रकार के अत्यधिक राहत बचाव उपकरणों के साथ तथा तीसरी टीम को सरयू नदी में विभिन्न घाटों पर रेस्क्यू मोटर बोट, गोताखोर, पैरामेडिक, लाइफ जैकेट इत्यादि के साथ तैनात है। उन्होंने आगे कहा कि "प्रयागराज के गंगा-यमुना के संगम तट पर माघमेला के शुभ अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक भ्रमण पर आ रहे हैं एवं त्रिवेणी संगम पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। प्रयागराज में होने वाले माघ मेले को अर्ध कुंभ मेला भी कहा जाता है। पुरे माघ मेला के दौरान प्रयागराज के प्रमुख घाटों पर एनडीआरएफ टीमों को तैनात किया गया हैं साथ ही एनडीआरएफ के द्वारा मेला क्षेत्र में चिकित्सा शिविर भी लगाया गया है एवं जरूरतमंद श्रद्धालुओं को चिकित्सा सहायता प्रदान कि जा रही है।
इस अवसर पर उप महानिरीक्षक ने बल के सभी कार्मिकों और उनके परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें दीं और उनके उज्वल भविष्य की कामना की। उन्होनें काशी वासियों को भी 75वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें देते हुए सबसे अपील की कि आपदाओं के प्रति हमेशा जागरूक रहें एवं सतर्क रहें। कार्यक्रम के अंत में एनडीआरएफ के जय उद्घोष "एनडीआरएफ का एक ही मंत्र आपदा सेवा सदैव सर्वत्र" के साथ कार्यक्रम को सम्पन्न किया गया।