वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने मजदूर की मौत के बाद नगवा वार्ड के उपासना नगर के 5 मंजिला अवैध मकान पर चलवाया VDA का हथौड़ा
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के स्मार्ट सिटी बनारस में VDA के लोकप्रिय उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के कड़े तेवर के बाद भी अवैध निर्माण थमने का नाम नहीं ले रहा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के सभी वार्ड के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा अवैध निर्माण करने वाले भवन स्वामियों और बिल्डरों के विरुद्ध लगातार नोटिस, सील की कार्रवाई और उन्हें नक्शा पास कराकर भवन निर्माण करने की अपील के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं है।
इसी का नतीजा रहा कि वाराणसी के अखरी क्षेत्र के उपासना नगर कॉलोनी में 5 मंजिला अवैध निर्माण करने वाले भवन स्वामी कल्पनाथ सिंह के मकान की 5 वीं मंजिल से एक मजदूर के गिरने के पश्चात् उसकी मौत हो गई।
इसी का परिणाम रहा कि शनिवार को दोपहर बाद से मौत के इस मकान पर वाराणसी विकास प्राधिकरण का हथौड़ा कहर बनकर टूट पड़ा।
मजदूर की मौत के बाद कालोनीवासियों ने खुलाआम आरोप है कि वाराणसी विकास प्राधिकरण और भवन स्वामी की लापरवाही के चलते ही मजदूर की जान गई है।
पूर्व जोनल अधिकारी चंद्रभानु व JE जेपी गुप्ता के कार्यकाल में ही हो गया था 5 मंजिला अवैध निर्माण
क्लाउन टाइम्स को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अवैध निर्माण को रोकने की जिम्मेदारी निभाने वाले तत्कालीन जोनल अधिकारी चंद्रभानु और JE गुप्ता ने मार्च 2023 में अवैध निर्माण की शुरुआत होते ही भवन स्वामी को केवल एक नोटिस देकर कुंभकर्णी नींद में सो गए और लगभग 8 महीने में पांच मंजिला आलीशान मकान बनाकर तैयार हो गया। वह तो मजदूर की मौत हो गई तब जाकर मौत के इस मकान की फाइल को VDA उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने तलब किया।
यहां गौर करने वाली बात है कि VDA के पूर्व के अधिकारियों की नियत अगर साफ होती तो इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए भवन स्वामी को भूतल की नोटिस के पश्चात अगर उसने नक्शा दाखिल नहीं किया तो सील की कार्रवाई भी सुनिश्चित होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी ने आते ही जारी कर दिया ध्वस्तीकरण आदेश
वहीं दूसरी ओर नगवा वार्ड के वर्तमान जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी ने कार्यभार ग्रहण करते ही भवन स्वामी कल्पना सिंह को नोटिस देकर तलब कर के नक्शा दाखिल करने का निर्देश दिया। लेकिन भवन स्वामी ने नक्शा दाखिल करने के लिए 15 दिन की मोहलत मांगने के बाद भी दाखिल नहीं किया तो जोनल अधिकारी ने तत्काल भवन के ध्वस्तीकरण का आदेश पारित कर दिया। बावजूद इसके भवन स्वामी बेखौफ होकर निर्माण करता रहा और एक मजदूर की जान चली गई।
फिलहाल यह तो जाँच का विषय है कि इस अवैध निर्माण निर्माण के पीछे दोषी कौन है।
बताते चले की मजदूर की मौत के बाद वीडिए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने स्वयं मौके पर पहुंचकर पड़ताल किया और उन्होंने जोन-4, नगवा वार्ड के जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी को अनधिकृत रूप से निर्माण अधीन भवन को तत्काल ध्वस्तीकरण का आदेश दिया।
वाराणसी विकास कार्यक्रम की ओर से जारी समाचार में अवगत कराया गया है 6 जनवरी को नगवां वार्ड की प्रवर्तन टीम के द्वारा भवन स्वामी कल्पनाथ सिंह पुत्र स्व. भागवत सिंह के द्वारा उपासना नगर कालोनी, फेज-1, (मठ के पास), वार्ड-नगवां, वाराणसी में अनधिकृत रूप से निर्माणाधीन भवन पर प्राधिकरण द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। शेष भाग का ध्वस्तीकरण कार्य अग्रिम आगे की तिथियों में दिनांक 8 व 9 जनवरी 2024 को किया जायेगा।
ध्वस्तीकरण के दौरान मौके पर जोनल अधिकारी प्रमोद तिवारी, अवर अभियन्ता, आरके सिंह तथा प्रवर्तन टीम एवं थाना-रोहनियॉ से पुलिस बल मौजूद रहे।