नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में विरोधी हवाएं बह रही है। जहां आम लोग,छात्र-छात्राएं व विभिन्न दलों के नेता आदि अपनी नागरिकता को खतरे में पाकर सड़कों पर उतर कर इस नए कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मोदी सरकार मुर्दाबाद अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगा रहे है। आज वाराणसी भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोधी हवा की चपेट में आ गया है। वाराणसी के वरुणापुल स्थित शास्त्री घाट पर समाजवादी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा नए नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। धरने में लोगों ने जमकर नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद, अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगाए और यह मांग किया कि जल्द से जल्द इस कानून को वापस लिया जाए।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के आम परेशानियां गरीबी महंगाई महिलाओं की सुरक्षा जैसी हम समस्याओं को नजरअंदाज कर NRC व CAA लाकर देश को विभाजित करने की साजिश कर रहे हैं। वही समाजवादी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी रह चुकी शालिनी यादव का कहना है कि मोदी सरकार कहना है कि यह देश हित नहीं मोदी सरकार की राजनीतिक रोटी सेकने का तरीका है।
वाराणसी के वरुणापुल स्थित शास्त्री घाट पर समाजवादी पार्टी पूर्व महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. पीयूष यादव, श्रीमती शालिनी यादव, महिला महानगर अध्यक्ष पूजा यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश मिश्र, महासचिव डॉ. रमेश राजभर, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल, डॉ. उमाशंकर सिंह यादव, किशन दीक्षित, दीपचंद गुप्ता, राजू यादव, जियालाल राजभर, विवेक यादव, अखिलेश मिश्रा, डॉ. ओपी सिंह, डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी, अशफाक अहमद डब्लू, पूजा यादव, जितेंद्र यादव, आनंद मोहन गुड्डू यादव, लालजी सोनकर, पारसनाथ जायसवाल, संजय मिश्र, गणेश यादव, मोहम्मद असलम, राजू यादव, लालू यादव, डॉ. फैजल रहमान, आशुतोष सिन्हा, संतोष यादव बबलू, हीरु यादव, अवधेश चमार, उमाकांत त्रिपाठी, अजय फौजी आदि समाजवादी कार्यकर्ता उपस्थित रहें।