ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी महाराज आरम्भ की गई सप्तदिवसीय शीतकालीन चारधाम तीर्थ यात्रा दल आज तीसरे पड़ाव ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचा । यात्रा दल के पहुंचने पर तीर्थपुरोहितों ,स्थानीय लोगों एवम बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया । यहां पहुंचने पर शंकराचार्य जी ने भगवान केदारनाथ एवं मध्यमेश्वर की शीतकालीन पूजा स्थल में पूजा अर्चना की।
ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि उत्तराखंड स्थित चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की पूजा निरंतर चलती रहती है । केवल पूजा स्थलों में परिवर्तन होता है । उन्होंने कहा कि देशभर के श्रद्धालुओं को यह संदेश देने के उद्देश्य से ही उत्तराखंड स्थित चार धामों की शीतकालीन पूजा स्थलों की यात्रा की जा रही है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के द्वारा ही इन धर्मों का व्यापक तौर से प्रचार-प्रसार किया गया और शीतकालीन यात्रा के प्रचार प्रसार के लिए भी उन लोगों को प्रयास करना चाहिए ।
इससे पहले श्री केदार सभा केदारनाथ धाम की तीर्थ पुरोहितों के द्वारा शंकराचार्य जी का वैदिक मंत्र उपचार के बीच पादुका पूजन किया गया केदार सभा की ओर से ज्योतिष्पीठ की शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '1008' को अभिनंदन पत्र ही प्रेषित किया गया।
इस अवसर पर बनारस से आए आचार्यो ने भगवान केदारनाथ जी की आरती की एवं ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने बताया कि शीतकालीन पूजा स्थलों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में रविवार को तीर्थ यात्री दल ज्योतिर्मठ पहुंचेगा । जहां ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य के पावन सानिध्य में भगवान नृसिंह की पूजा अर्चना के बाद पांडुकेश्वर स्थित उद्धव जी और कुबेर जी की पूजा अर्चना के बाद यात्रा संपन्न होगी ।
इस अवसर पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती , केदारनाथ मंदिर के कार्याधिकारी रमेश चंद तिवारी, ज्योतिर्मठ मीडिया प्रभारी डॉ. बृजेश सती, चार धाम महा पंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी, विनोद शुक्ला, केदार सभा के मीडिया प्रभारी पंकज शुक्ला, अंकित सेमवाल, विष्णुकांत तिवारी, प्रवीण तिवारी, पूजारी शिव शंकर, यमुनोत्री धाम के रावल अनुरूद उनियाल , प्रकाश रावत, उमेश सती आदि उपस्थित रहे।