वाराणसी कैथॉलिक धर्मप्रांत आप सभी को ख्रीस्त जयंती के अवसर पर ईश्वरीय आशीर्वाद एवं शुभकामनाएँ अर्पित करता है। प्रभु येसु का जन्म सारी सृष्टि के लिए खुशी एवं शांति का शुभ संदेश लाता है तथो हर एक को शांति, प्रेम और एकता की कृपा से भरता है।
ये बाते वाराणसी कैथॉलिक धर्मप्रांत धर्माधीस बिशप डॉ.यूजिन जॉसेफ ने ख्रीस्त जयंती तैयारियों को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।
कहा कि क्रिसमस का त्योहार हमे यह बताता है कि प्रभु येसु स्वयं ईश्वर होते हुए भी मानव रूप धारण कर चरनी में जन्मे ताकि ईश्वर हमारे जीवन यात्रा में हमारे साथ चले तथा हमारे सुख-दुःख के साथी बनें। प्रभु येसु में हम ईश्वर को पाते हैं जो पूर्ण रूप से मानव जाति के साथ एवं उसके दैनिक जीवन के करीब है और यही वास्तव में मनुष्यों के प्रति ईश्वर का प्रेम है। सृष्टिकर्ता मानवीय स्वभाव को धारण कर अपनी विनम्रता को प्रकट करता है जिससे हम सदभावना और सौहार्द के पथ पर आगे बढ़ सकें।
खीस्त जयंती प्रभु येसु की ओर से हमारे लिए पावन निमंत्रण है की हम उन भाई-बहनों के प्रति दयालू एवं उदार बनें जो अधिक जरूरतमंद हैं। आज-कल लोगों के बीच हिंसा, युद्ध, नफरत और बदले की भावना बढ़ती जा रही है, हमें वहीं शांति और एकता फैलाने के जरूरत है। संत पापा फ्रांसिस कहते हैं" युद्ध से हमेशा मानव की हार होती है, हर कोई हारता है। वाराणसी में इस वर्ष क्रिसमस के त्योहार का मकसद सभी देश में शांति कायम करने के लिए जागरूकता पैदा करना है। पूरे भारत वर्ष में, विशेषरूप से वाराणसी की पवित्र नगरी काशी के लोगों के बीच शांति और खुशहाली आए। पूर्वांचल के अन्य जिलों में चर्च की ओर से विशेष पूजा-पाठ का आयोजन हो जिससे पूरे समाज में प्रेम तथा भाई-चारा स्थापित हो सके।
सेंट मेरीज़ कैथीइल वाराणसी में खीस्त जयंती के अवसर पर रविवार दिनांक 24 दिसंबर को रात 10:30 बजे प्रार्थना तथा पवित्र पूजा-पाठ का आयोजन होगा। यह खीस्त जयंती 25, 26 व 27 दिसंबर 2023 तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा और 7 जनवरी 2024 तक किसमस का माहौल रहेगा। खीस्तय ससुदाय प्रत्येक मानद की आवश्यकताओं हेतु श्रद्धा पूर्ववा पूजा-पाठ करेंगे। इस शुभ अवसर पर कैथोलिक समुदाय आस-पास के जेलों अनाथालयों, मलिन बस्तियों, गुष्ट रोगियों और परित्यक्त बच्चों इत्यादि के लिए विभिन्न कायों में शामिल होंगे।
पूर्वाचल के सक्षम लोगों के साथ मिलजुल कर 2 जनवरी 2024 को दिव्यांग उत्सव Specially abled) का आयोजन सेन्टजान्स स्कूल ब.रे का वाराणसी में सुनिश्मित है।
हमारे समाज के कमजोर तथा संघर्षमय जीवन जी रहे लोगों के साथ मिल-जुल कर जीना प्रभु येसु द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलने का एक तरीका है। हमारी ईश्वर से विनम्र प्रार्थना है कि प्रत्येक व्यक्ति शांति और एकता के पथ पर चले ताकि हमारे समाज से कलह, हिंसा जैसी समाजिक बुराइयां समाप्त हो जाए। हम प्रार्थना करते हैं कि हमारे देश में राजनेताओं तथा अधिकारियों को ईश्वर की आशिष एवं कृपा प्रचुर मात्रा में प्राप्त हो जिससे वे देश का संचालन विवेक पूर्वक कर सकें। हर भारतीय को मर्यादा, सच्ची स्वतंत्रता, शांति, बेग, खुशी तथा भाई चारे से जीवन जीने का अवसर प्राप्त हो। यदि हम और हमारा समाज इस गुणो और मूल्यों को अमल करते हुए अपना जीवन जीता है तो निःसंदेह परमेश्वर का राज हमारे बीच में होगा।
बिसप हॉउस में आयोजित प्रेसवार्ता में फादर हैड्रिय, प्रिंसिपल सेंट जॉन्स लेढुपूर, फादर गुरू संतराज, प्रिंसिपल सेंट जान्स बीएलडब्लू, फादर अन्थोनी सचिव बिशप हॉउस, फादर पिलिप डेनियल निदेशक मैत्री भवन,फादर थामस शिक्षा सचिव आदि उपस्थित रहे।