सीमित परिवार को लेकर लाभार्थियों ने ली अंतरा, छाया व नसबंदी आदि की सेवाएं
वाराणसी, 21 दिसंबर 2023 - जिले के समस्त ब्लॉक व नगर स्तरीय प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर समेत जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा पर बृहस्पतिवार को खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया। इस दौरान इच्छुक लाभार्थियों को सीमित व खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन की सेवाएं दी गईं। साथ ही केंद्र पर आईं महिलाओं और उनके परिजनों को परिवार नियोजन व जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए उचित परामर्श भी दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है। आशा-एएनएम घर-घर जाकर परिवार नियोजन सेवाओं की जानकारी पहुंचा रही हैं और दो बच्चों के जन्म के बीच सुरक्षित तीन वर्ष के अंतर का महत्व भी बता रही हैं।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमओ डॉ एचसी मौर्य ने बताया कि बृहस्पतिवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला महिला चिकित्सालय पर परिवार नियोजन के अस्थायी साधन कंडोम, माला-एन, तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक गर्भ निरोधक गोली छाया, कॉपर-टी के साथ ही स्थायी साधनों की सेवाएं दी गईं। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 3000 रुपये और महिला नसबंदी पर 2000 रुपये प्रतिपूर्ति राशि विभाग की ओर से दी जाती है। इसके अलावा अन्य सेवाओं के लिए भी प्रतिपूर्ति राशि दी जाती है।
आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) पर आयोजित शिविर में महिला चिकित्साधिकारी डॉ शालिनी शर्मा ने लाभार्थियों को अंतरा, पीपीआईयूसीडी आदि परिवार नियोजन की सेवाओं के साथ परामर्श भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दंपति को परिवार नियोजन के विषय में विचार-विमर्श करके ही अपना परिवार आगे बढ़ाना चाहिए। इससे परिवार खुशहाल होगा। सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है। साथ ही दिवस की पहुँच निरंतर बढ़ रही है।
लाभार्थियों के बोल :
सेवापुरी पीएचसी पर पहुंचीं 30 वर्षीय आरती ने अंतरा की दूसरी डोज़ लगवाई। उनके दो बच्चे हैं, वह अब और बच्चे नहीं चाहती हैं। 22 वर्षीय पूजा ने भी अंतरा की पहली डोज़ लगवाई। पूजा के भी दो बच्चे हैं और अब वह आगे बच्चा नहीं चाहती हैं। इसके अलावा डॉ शालिनी ने लाभार्थियों को संतुलित व पोषणयुक्त खानपान की भी सलाह दी । लाभार्थियों का कहना है कि पीएचसी पर डॉक्टर और क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता के माध्यम से सभी महत्वपूर्ण दिवस के बारे में जानकारी मिलती रहती है।
एक नजर जनपद के आंकड़ों पर :
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में अप्रैल से नवंबर तक 207 पुरुष नसबंदी, 4812 महिला नसबंदी हुईं, 17749 कॉपर-टी अपनाई गईं, 4.84 लाख कंडोम, 49380 ओरल पिल वितरित की गईं। तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा की पहली डोज़ 4158, दूसरी डोज़ 2585, तीसरी डोज़ 1744 और चौथी डोज़ 1393 लगवाई जा चुकी हैं। इसके अलावा इस अवधि में 24,661 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोलियां लाभार्थियों को प्रदान की जा चुकी हैं।