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संकल्प द्वारा “बच्चों के लिए समुचित आहार“ विषेयक कार्यशाला का हुआ आयोजन



 21/Dec/23

आज के भौतिक्तावादी परिवेश में लोगों की दिनचर्या के साथ खानपान भी भी बदल गया है। जिससे ज्यादातर लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो चुका है और लोग गम्भीर बीमारियों की चपेट में आ रहे है, जिनमें बच्चों एवं युवाओं की संख्या ज्यादा है। ऐसे में अग्रणी सामाजिक संस्था संकल्प द्वारा “बच्चों के लिए समुचित आहार“ विषेयक कार्यशाला का आयोजन बुधवार को श्री हरिशचन्द्र बालिका इंटर कॉलेज, मैदागिन एवं श्री अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज, गोलघर, मैदागिन में किया गया, जहां प्रख्यात् आहार विशेषज्ञ डॉक्टर निशा प्रकाश ने छात्राओं का मार्ग दर्शन किया।

श्री हरिशचन्द्र बालिका इंटर कॉलेज, मैदागिन कार्यशाला का आयोजन हुआ। जहां प्रधानाचार्य डा. प्रियंका तिवारी ने आहार विशेषज्ञ डॉ. निशा प्रकाश, संकल्प संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन एवं समाजसेवी श्रीमती मानसी अग्रवाल का स्वागत एवं परिचय कराया। जिसके बाद श्री अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज, गोलघर, मैदागिन में कार्यशाला का आयोजन हुआ। जहां प्रधानाचार्य डा. संगीता बनर्जी ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय कराया। कार्यशाला के दौरान डॉ. निशा प्रकाश ने छात्राओं के जिज्ञासाओं का समाधान प्रश्नोत्तरी के माध्यम से किया।

इस मौके पर डॉ. निशा प्रकाश ने छात्राओं को स्वस्थ एवं पोषक आहार की जानकारी देते हुए फाइव फूड ग्रुप (प्रोटीन, कार्ब, फैट, मिनरल व विटामिन) वाले खाद्य पदार्थ के नियमित डाइट की सलाह दी। उन्होने कहा कि सही न्यूट्रिशन हमारे स्वस्थ शरीर का आधार है और जिससे हमारे शरीर के सेल का विकास होता है। हमे अपने डायट में मूंगफली, सोयाबीन, चना, मूंग, राजमा, नीबू, आंवला के साथ महत्वपूर्ण रूप से सीजनल फल व खाद्यान्न को शामिल करना चाहिए। जिसे समय (मौसम) व हमारे शरीर की आवश्यक्तानुसार प्रकृति ने हमें दिया है। साथ ही उन्होने कहा कि हमें अपने खानपान को बन्द नही करना है, बल्कि खानपान के तरीके में बदलाव करना है, आदत बदलनी है।

उन्होने जोर देते हुए कहा कि आजकल जो लाइफ़स्टाइल डिसीसिस की वजह से बीमारियां बढ़ गई हैं इसकी शुरुआत बच्चों के जन्म के पहले से हो जाती हैं। अगर सही ढंग से न्यूट्रीशन मिलता ह,ै तो बच्चों का सही आर्गन डेवलप होता है। शुरुआत के 5 सालों में बच्चों का सही न्यूट्रिशन होना बहुत जरूरी है। अक्सर मां की शिकायत होती है कि बच्चे खाते नहीं, जन्म के 1 से 2 साल के बीच जो टाइम पीरियड होता है, उसमें अगर हम बच्चों को सभी चीजें खाने की आदत डालें, तो बच्चे लाइफ टाइम वह सारी चीज खाने लगते हैं। इस समय बच्चों को कोई नॉलेज नहीं होता है और इस समय वह जो खाता है उसका टेस्ट उसमें डेवलप हो जाता है और उसे वह खाने लगता है। नहीं तो वह पूरे जीवन उसे नहीं खाना चाहता। इसलिए टेस्ट  डेवलप करने का यही सबसे सही समय होता है।

संकल्प संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने कहा कि यह अवसर है, जहां हम अपनी डायट को जानकर एक स्वस्थ डायट को अपना कर अपना और अपने परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते है। श्री अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज की प्रबंधक डा.रितू गर्ग ने कहा कि स्वस्थ भोजन से ही स्वस्थ शरीर का निर्माण होता है और स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, जो विद्यार्थी जीवन के लिए बेहद जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन प्रतिमा श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर संजय अग्रवाल,श्री हरिशचन्द्र बालिका इंटर कॉलेज, मैदागिन की शिक्षिका प्रिया कुश्वाहा, सुनिता सिंह, मिनाक्षी कुश्वाहा, श्री अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज मैदागिन की शिक्षिका सुचित्रा पाण्डेय, प्रतिभा कुमारी, सोमलता, सीमा सिंह, प्रिया मिश्रा, स्नेहा जायसवाल प्रमुख रूप से मौजूद रही।


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