पीएम टीबी मुक्त भारत अभियान व राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में वाराणसी की बेहतर स्थिति को लेकर किया प्रोत्साहित
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कबीरचौरा स्थित श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय पहुँचकर सर्वप्रथम आकस्मिक कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान वहाँ भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य व उपचार के बारे में उनके परिजनों से जानकारी ली। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि चिकित्सालय में बेहतर चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी। प्रत्येक दशा में रोगियों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। निरीक्षण के दौरान उन्होने आकस्मिक चिकित्सकों को आवश्यक सलाह देते हुये कहा कि आप लोग भगवान के रूप हैं, इसलिए पूरे मनोयोग से रोगियों की सेवा करें। रोगियों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्प है। तत्पश्चात उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय में संचालित समस्त चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं, उपकरणों, मानव संसाधन की उपलब्धता, बाह्य रोग विभाग (ओपीडी), अन्तः रोग विभाग (आईपीडी) में आने वाले मरीजों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होने सर्जरी पर ज़ोर देते हुये चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सकों के द्वारा किए जाने वाले ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली तथा इसे बढ़ाए जाने को लेकर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) को निर्देशित किया। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि चिकित्सालय में जो भी बड़े व छोटे ऑपरेशन किए जा रहे हैं, इनकी जानकारी मीडिया सहित लोगों को दी जाए। इसके बारे में अत्यधिक प्रचार प्रसार किया जाए। चिकित्सालय में आवश्यक औषधियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी भी दशा में मरीजों को बाहर से दवा न लिखी जाए। मंडलीय चिकित्सालय के सभी विभागों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए यदि मानव संसाधन सहित किसी भी सामग्री उपकरणों आदि की आवश्यकता हो तो उसे तत्काल पूर्ण करने की कार्रवाई की जाए। मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) की अध्यक्षता में प्रत्येक माह एक बैठक आयोजित की जाये, जिसमें सभी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य चिकित्सकों के साथ बैठक कर विभाग वार समीक्षा की जाए तथा प्राप्त कमियों को तत्काल दूर करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। वाराणसी जनपद के समस्त राजकीय चिकित्सालयों की उपलब्धियों की रिपोर्ट से मुख्य चिकित्सा अधिकारी हर सप्ताह अवगत कराएं।
उप मुख्यमंत्री ने मंडलीय चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि दंत विभाग में सामान्य सेवाओं के साथ रूट कैनाल ट्रीटमेंट (आरसीटी) की सेवाएँ प्रारम्भ की जाए। इस विभाग में आने वाले किसी भी मरीज को वापस न जाना पड़े। युवाओं में बढ़ते धूम्रपान की लत को देखते हुये चिकित्सालय में स्थित तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ को सजग व सतर्क रहने के साथ ही परामर्शदाता के द्वारा परामर्श संख्या को बढ़ाए जाने को लेकर निर्देशित किया। इसकी लगातार समीक्षा भी किए जाने को लेकर निर्देश दिया। इसके साथ ही चिकित्सालय में अन्य विभाग यथा बाल रोग, हड्डी रोग, पैथालॉजी, रेडियोलॉजी विभाग की समीक्षा की। आयुष राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ के द्वारा रात्रिकालीन में एक्स-रे, ईसीजी एवं पैथालोजी जांच आदि की सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं या नहीं, के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इस पर उप मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि यह सभी सेवाएँ 24 घंटे के अंदर प्रारम्भ कर दी जाए। इसके साथ ही सभी प्रकार के मानव संसाधन, उपकरणों आदि व्यवस्थाओं को शत-प्रतिशत पूरा किया जाए।
उप मुख्यमंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि 30 बेड के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ाई जाए। प्रसव कक्ष में समस्त स्वास्थ्य उपकरणों का नियमित निरीक्षण किया जाए। प्रसूताओं के अलावा अन्य सभी मरीजों के खाने की व्यवस्था स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं के माध्यम से सुनिश्चित की जाए और इनका प्रति माह भुगतान भी समय से करा दिया जाए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि चिकित्सालयों में चिकित्सकों की कमी है तो निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से वार्ता कर ‘वॉक इन इंटरव्यू’ के माध्यम से सरकारी क्षेत्रों में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित कर उनकी तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी विशेष चिन्हित वीआईपी दौरों को छोड़कर अन्य वीआईपी दौरों में न लगाई जाए। इन दौरों में सिर्फ एमबीबीएस चिकित्सकों की ही ड्यूटी लगाई जाए। अंत में उप मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान व राष्ट्रीय क्षेय रोग उन्मूलन को लेकर वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में अच्छी प्रगति व नोटिफिकेशन को लेकर प्रोत्साहित किया।
इस मौके पर राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ. मंजुला सिंह, एसआईसी डॉ. एसपी सिंह, सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय सहित अन्य चिकित्साधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।