सनबीम वोमेन्स कॉलेज, वरूणा के प्रांगण में रक्तदान जीवनदान की उक्ति पूर्णरूप से चरितार्थ हुई। महाविद्यालय की एनएसएस यूनिट एवं सरन्दरलाल चिकित्सालय, बी.एच.यू. के ब्लड बैंक के डॉ. संदीप कुमार (प्रोफेसर इंचार्ज) एवं टीम के निर्देशन में सनबीम वोमेन्स कॉलेज, वरूणा के प्रांगण में रक्तदान का शिविर कैम्प लगाया गया एवं एचडीएफसी बैंक के दीपक नारायण मिश्रा एवं कमल कुमार जैन व उनकी टीम ने इस रक्तदान शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस रक्तदान शिविर में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों बी.ए, बी.बी.ए, बी.काम एव बी.एस.सी. की छात्राओं के अलावा महाविद्यालय के विभिन्न-विभागों के हर सदस्यों ने इस महापर्व में अपना योगदान दिया। चाहे वे प्रवक्ता हो, छात्राएं हो या कर्मचारी, सबसे ज्यादा एनएसएस की स्वयं सेविकाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ.दीपक मधोक ने कहा कि ‘रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा दान’ है हम लोगों को अपने जीवन में रक्तदान करना चाहिए, एक मनुष्य होने के नाते हमारा दायित्व है कि समाज को इस नेक कार्य के प्रति जागृत करें क्योंकि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान न जाने मौत और जिन्दगी से जुझते हुए कितनी जिन्दगीयों को जिन्दगी देता है । सनबीम शिक्षण समूह शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के प्रति कव्यबध्य है । अतः भविष्य में इस प्रकार के शिविर महाविद्यालय प्रांगण में लगते रहेंगे। जिससे समाज की भलाई में योगदान हो सके। निदेशिका श्रीमती भारती मधोक ने भी रक्तदान शिविर में अपनी उपस्थिति के द्वारा छात्राओं की हौसला अफजाई की तथा रक्तदान के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया । रक्तदान शिविर में महाविद्यालय के 80 पंजीकरण हुआ किन्तु स्वास्थ्य कारणों से कुछ छात्राएं रक्तदान करने में असमर्थ थी, अत़रू इस रक्तदान शिविर में शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं छात्राओं के सहयोग से कुल 52 यूनिट रक्त प्राप्त किया गया। महाविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डा. शालिनी सिंह, प्राचार्य डा. राजीव सिंह एवं एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ऋतु सिंह एवं डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. सौमिक गोस्वामी ने ‘रक्तदान’ को सफल बनाने के लिए अपने शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं छात्राओं को हृदय से आभार व्यक्त किया।