प्रत्येक वर्ष की भांति इस बर्ष भी बनारस रेल इंजन कारखाना में विजयादशमी समिति द्वारा केन्द्रीय खेलकूद मैदान पर रावण दहन का भव्यभतापूर्ण आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के .श्रीवास्तव सपत्नी द्वारा प्रभु श्रीराम-जानकी जी की आरती के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर राम चरित मानस पर आधारित रूपक ,मोनो एक्टिंगद्ध राम वन गमन से रावण बध तक की लीला की मनमोहक प्रस्तुती की गयी जिसे दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया। संपूर्ण रूपक कार्यक्रम निदेशक श्री एस.डी.सिंह के दिशनिर्देशन में किया गया।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष दशानन-रावण, कुम्भकरण एवं मेघनाद के पुतले क्रमश 75, 65 एवं 60 फिट का था। रावण दहन के दौरान आकर्षक आतिशवाजी एवं साज-सज्जा, देखने को मिली। जिसे देखने हेतु बरेका कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के साथ ही आस-पास के गांवों, कस्बों से अपार भीड़ उमरी। भीड़ की सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम जिला प्रशासन एवं रेल सुरक्षा बल द्वारा किए गए थे।
बनारस रेल इंजन कारखाना में होने वाली रावण दहन अपने आप में अनुठी है। जो गंगा-जमुना तहजीब का मिसाल है। रावण-कुम्भकरण एवं मेघनाद के पुतले जहां तीन पीढि़यों से काशी के ही रहने वाले शमशाद खान और उनके परिवार द्वारा बनाया जाता है। वहीं इस अनोखी रामलीला में अंगद का अभिनय सोहराब हुसैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद बमपालए प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी रणविजयए मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, एस.ई. नीरज जैन मुख्य सामग्री प्रबंधक. लोको त्रिलोक कोठारी, मुख्य सामग्री प्रबंधक-मुख्यालय एस.के. मिश्रा वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय, मुख्य इंजीनियर विनोद कुमार शुक्ला, मुख्यं विद्युत इंजीनियर-निरीक्षण एम.केसिंह, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर.क्यू.एम.एस, रामजन्म चौबे, जन सम्पदर्क अधिकारी राजेश कुमार सहित काफी संख्या में बरेका अधिकारीए कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से विजयदशमी समिति के महामंत्री अनूप सिंहए आलोक सिंह, मोहम्मद एकलाख हुसैन, सहायक महामंत्री, वीण्डीण्दूबे, रितेश सिंह, तारकेश्वसर सिंह, सुनील कुमार, चंद्रमोहन झा, सनद पांडेय, बाबी सिंह सहित अन्य पदाधिकारी का विशेष सहयोग रहा। इस भव्यएतापूर्ण आयोजन में बनारस रेल इंजन कारखाना के सिविलए विद्युत्, यांत्रिक, कार्मिक जन सम्पर्क सिविल डिफेन्स स्काउट एवं गाइडए सेंट जांस एम्बुलेंस ब्रिग्रेड का भी विशेष सहयोग रहा।