वाराणसी। डोमरी, रामनगर, स्थित आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय एवं बाल विद्यालय माध्यमिक स्कूल में नवरात्र एवं दशहरा उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।सर्वप्रथम प्रबंधक डॉ. जयशीला पांडेय तथा महाविद्यालय की निदेशिका प्रो. कल्पलता पांडेय, पूर्व कुलपति, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया, उप्र, प्राचार्य डॉ. विजय शंकर मिश्र ने मां दुर्गा के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा कुलगीत तथा विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा भजन की प्रस्तुति की गई। बी.कॉम की छात्रा हर्षिता दुबे ने नवरात्र के नौ दिनों के महत्व के बारे में बताया। विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने मनमोहक नृत्य तथा महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा डांडिया नृत्य प्रस्तुत किया गया।
प्रो. कल्पलता पांडेय ने "या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमो नमः" मंत्र से अपने बात की शुरुआत करते हुए बताया कि कैसे माता ने महिषासुर का वध कर सब की रक्षा कीं। उन्होंने नवरात्र के नौ दिन माता स्वरूप के पूजा महत्व के बारे में विस्तृत रूप से उपस्थित लोगों को बताया। कुलगीत की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था के उन्नति में कुलगीत का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है।
नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य तथा छात्राओं द्वारा प्रस्तुत डांडिया नृत्य की उन्होंने प्रशंसा की। नवरात्र एवं दशहरा की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ उन्होंने अपनी बात को समाप्त किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय शंकर मिश्र ने कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की शिक्षिका सुश्री दिव्या सिंह ने किया।
संगीत व्यवस्था संगीत शिक्षक हरेंद्र पांडेय तथा दीपक मिश्र ने किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक मुकुल पांडेय, डॉ. अरुण कुमार दुबे, डॉ. रजनी श्रीवास्तव, डॉ. रचिता सिंह, सुरभि पांडेय, सोनिया मिश्रा, किरन शर्मा, विनीता जेटली, पीयूष दुबे, कमलेश सिंह, राजू, संतोष तिवारी, सोनू सेठ, जया तिवारी, श्रीमती अंकिता, अनीता पांडेय, चंद्रदीप सिंह, डॉ. अभिजीत आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।