क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया, रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन और विवेक आश्रम इंडिया फाउंडेशन के तत्वाधान में देश के मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम" को अपग्रेड करने के लिए एम.एस.एम.ई. मंत्रालय और क्वालिटी काँसिल ऑफ इंडिया की परियोजना ZED सर्टिफिकेशन पर सेमिनार का आयोजन सिगरा स्थित होटल कैस्टिलो में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य ने कहा कि ये बहुत ही सुनहरा अवसर है कि इस समय जेड सर्टिफिकेट के तीनों लेवल गोल्ड, सिल्वर और ब्रोंज इस समय निशुल्क बन रहा है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता क़्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया के सीनियर डायरेक्टर डॉ. रामानंद शुक्ला ने ZED की आवश्यकता पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अमृत काल के विजन के अनुरूप मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को अपग्रेड करते हुए उनकी रिवेन्यू को बढ़ाना इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है।
सर्टिफिकेशन प्राप्त उद्यमियों को बैंक के लोन में प्राथमिकता व बैंक के ब्याज रेट में सब्सिडी, सर्टिफिकेशन कास्ट (ब्रान्ज/सिल्वर/गोल्ड), कन्सलटेन्ट हैन्डहोल्डिग कास्ट, माइनर माडिफिकेशन प्लांट मशीनरी, प्रत्येक सर्टिफिकेशन पर कुल पांच लाख रुपये एवं सभी लेबल पर सफलतापूर्वक सर्टिफिकेशन लेने पर पंद्रह लाख रुपये तक का फायदा उध्यमी ले सकते है। इसके साथ-साथ रेलवे भाड़े से लेकर तमाम स्कीमों में सुविधा और सब्सिडी दी जाएगी। यूपी गवर्नमेंट भी जेड सर्टिफाईड इकाई को लाभ दी जाती है।
इस अवसर पर अतिथि के रूप में पधारे एमएसएमई के ज्वाइंट डायरेक्टर एलबीएस यादव ने कहा कि यह परियोजना एक विशिष्ट और महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका असर दूरगामी होंगे। वही इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उद्योग विभाग, वाराणसी मंडल के संयुक्त आयुक्त उमेश सिंह ने कहा कि यह परियोजना छोटे उद्योगों की कार्य कुशलता और लाभ दोनों को बढ़ाएगी। इसलिए प्रत्येक उद्यमी को जेड में रेजिस्ट्रेशन अवश्य ही करवाना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत मे विवेकाश्रम फाउंडेशन के अध्यक्ष एकांत दीप ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल उद्यमियों में मुख्य रूप से राकेश जायसवाल, राकेश अग्रवाल, संतोष जालान, शिव पूजन, वीरेन्द्र यादव, अजय राय, मुकुल केशरी, अतुल मिश्रा, अमित गुप्ता, शिवकुमार जायसवाल, संजय लखमानी, रवि कपूर, अभिषेक बंसल, शक्ति सिन्हा, अमित सिंह, साजन जयसवाल आदि की सहयोगिता एवम उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन हीरा दुबे ने किया।