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राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार अमरनाथ श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर हुआ पंचतत्व में विलीन



 29/Nov/19

पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे राष्ट्रीय सहारा पत्रकार अमरनाथ श्रीवास्तव का 28 नवम्बर को दोपहर में पत्रकारपुरम कालोनी स्थित आवास पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी। आनन फानन में परिजन उन्हें त्रिमूर्ति अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। आज 28 नवम्बर शुक्रवार को सुबह से ही उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिये उनके निवास स्थान पत्रकारपुरम में शुभचिंतकों ने पहुंच कर उन्हें अंतिम विदाई दी। तत्पश्चात उनकी शवयात्रा को लेकर लोग पराड़कर भवन पहुंचे जहां काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष व महामंत्री मनोज श्रीवास्तव सहित अन्य पत्रकार साथियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित किया।

इसके पश्चात उनकी शवयात्रा महाश्मशान मणिकर्णिका घाट के लिये रवाना हुई जहां उनके बड़े भाई डॉ. अजय श्रीवास्तव ने मुखाग्नि दी।

अमरनाथ जी निश्चल स्वभाव से अपने पत्रिकारिता धर्म को निभाते रहे  : धर्मेन्द्र सिंह

भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार धर्मेन्द्र सिंह ने अपनी स्मृतियों को ताजा करते हुये कहा कि अमरनाथ जी जब राष्ट्रीय सहारा का लखनऊ संस्करण शुरू हुआ और वाराणसी में ब्यूरो खुला तो वे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने राष्ट्रीय सहारा के ब्यूरो कार्यालय में कार्य प्रारंभ किया। उस वक्त सहारा की बहुत अच्छे अखबारों में गिनती होती थी और वाराणसी में भी प्रतिष्ठा थी। अमरनाथ जी ने 27 वर्ष के लंबे समय तक कार्य किया। उनके कार्यकाल में हमलोग भी कुछ समय तक उनके साथ रहे। वे बिल्कुल निश्चल स्वभाव से अपने पत्रिकारिता धर्म को निभाने में लगे रहते थे। उनका स्वभाव बहुत मिलनसार व मृदुभाषी, सहनशील होनें के साथ ही लोगों को साथ लेकर चलना,  सभी के सुख- दुख में स्वयं को शामिल करते थे, वे भावुक भी बहुत थे। इसी स्वभाव के चलते उन्होंने अपने स्वास्थ्य का ज्यादा ध्यान नहीं दिया और वो आज हम सब के बीच में नहीं हैं। जो कि हम सभी के लिये दु:खद घड़ी है। हमने ऐेसे साथी को खोया है जो काशी पत्रकार संघ और काशी के पत्रिकारिता की बहुत गहरे तत्त्व थे। अमरनाथ जी एक प्रतीक बन गए थे,  वो कहीं भी पहुंचते थे तो लगता था कि कोई पत्रकार सम्मेलन हुआ है, या कोई बड़ी घटना हुई है। वाराणसी के पत्रकारिता में इतने लंबे समय तक काम करना और बड़ा अनुभव रखना और लोगों के लिये लोकप्रियता की पराकाष्ठा थी। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है। साथ ही अमरनाथ जी के परिवार को आर्थिक मदद के लिये लखनऊ में भाजपा के प्रेस सलाहकार शलभ त्रिपाठी से भी बात हुई है।

वाराणसी उत्तरी के विधायक व सूबे के राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने उनकी स्मृत्तियों को संजोने के लिये पत्रकारपुरम में 20 लाख रूपये की लागत से एक हॉल बनवाने की घोषणा किया।

ज्वलंत मुद्दों को उठाना और उस पर संघर्ष करना उनके स्वभाव का अंग था : महेश चंद्र श्रीवास्तव क्षेत्रीय अध्यक्ष भाजपा

महेश चंद्र श्रीवास्तव क्षेत्रीय अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि अमरनाथ जी बहुत ही वरिष्ठ और बहुत ही संवेदनशील पत्रकार थे। चीजों को बारिकी से समझना और उसको पत्रकारिता में उतारना उनके स्वभाव में था। आज वो हम सब के बीच में नहीं हैं, उनका आकस्मिक निधन हम सब के साथ काशी की बड़ी क्षति है। ज्वलंत मुद्दों को उठाना और उस पर संघर्ष करना उनके स्वभाव का अंग था। आज हम सब मणिकर्णिका घाट पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। उनका परिवार इस दु:ख को सह सके, ऐसी बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता और मेरे साथ पूरा पत्रकार जगत दुखी है। पत्रकार बंधुओं के साथ सरकार से बात करेंगे और अमरनाथ जी के परिवार को अधिक से अधिक आर्थिक मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।

सहारा के वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ श्रीवास्तव की अंतिम यात्रा में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पहुंचने वालों में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष विकास पाठक, वाराणसी प्रेस क्लब के महामंत्री अशोक कुमार मिश्र " क्लाउन ", उपजा के अध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह, कैलाश यादव, सेंट्रल एकेडमी स्कूल के प्रमुख आनंद चतुर्वेदी, बीजेपी नेता व पत्रकार धर्मेंद्र सिंह, राकेश चतुर्वेदी, शैलेस चौरसिया, राजकुमार सिंह, अरुण मिश्र, आर संजय के अतिरिक्त भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, बीजेपी मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, जितेंद्र यादव मण्डल अध्यक्ष, पिण्डरा के विधायक डॉ. अवधेश सिंह के पुत्र युवा भाजपा नेता प्रभात सिंह मिंटू आदि लोग उपस्थित रहे।

वाराणसी प्रेस क्लब के सदस्यों ने जताया शोक

वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ श्रीवास्तव के आकस्मिक निधन पर वाराणसी प्रेस क्लब ने अध्यक्ष महेश खन्नाएमहामंत्री अशोक कुमार मिश्रए अमिताब भट्टाचार्यए पीआरओ पूजा कपूरए उपाध्यक्ष गिरीश दूबेए प्रतिमा पाण्डेयए फहरान अहमदए हैदर खान आदि ने गहरी संवेदना व्यक्त की। सभी सदस्यों ने ईश्वर से प्रार्थना किया कि इस दुरूख के कठिन समय को सहने के लिए परिवार जनों को शक्ति दें।

 


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