वाराणसी। अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले में कांग्रेस नेता अजय राय को छोड़कर बाकि सभी को बरी कर दिया गया जिसके बाद कांग्रेसीजनों में काफी ज्यादा नाराजगी है। आज कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बरी करने के संदर्भ में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी वाराणसी को सौंपा।
यह कार्यक्रम का संयोजन महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल व महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने संयुक्त रूप से कहा कि अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का बरी न होना सरकार के साजिश का हिस्सा है उन्हें द्वेषपूर्ण राजनैतिक भावना के जरिये मुकदमे में फसाये रखना अनुचित है। अन्याय प्रतिकार यात्रा में 82 आरोपियों में 81 आरोपी दोष मुक्त किया गया वही सिर्फ अजय राय राजनीतिक द्वेष में फंसाया गया है क्योंकि अजय राय कभी समझौता नही किये मोदी-योगी के आगे झुके नही डटकर लड़ रहे हैं जिसका प्रतिफल है की अजय राय को बरी नही किया गया। इसके सीधा जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। वर्ष 2015 में हुए अन्याय प्रतिकार यात्रा मामले में 82 लोगों पर मुकदमे किया गए था। जिसमें राज्य सरकार के निर्देश पर अजय राय जी को छोड़कर बाकी 81 लोगों को इस मामले में दोषमुक्त कर दिया गया।अजय राय जी सदैव सत्य, न्याय और जनहित के लिए खड़े रहेंगे व यह जालिम हुकूमत उनकी आवाज को नही दबा पाएगी अजय राय का सार्वजनिक जीवन आप सबके सामने है। उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन में हर वर्ग हर तबके को बराबर का सम्मान दिया जनता का कार्य किया जनमानस के हितों के लिए सदैव सँघर्ष किया व आज सँघर्ष भी बदौलत खड़े है। आज उप्र कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार हम कांग्रेसजनों ने राज्यपाल महोदय को सम्बोधित पत्रक जिलाधिकारी को सौंपे हैं। अगर मुकदमा वापिस न हुआ तो हर रोज सड़कों पर इंकलाब होगा।
उक्त अवसर पर राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेन्द्र चौबे, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, शैलेन्द्र सिंह, फ़साहत हुसैन बाबू, डॉ राजेश गुप्ता, अजय सिंह शिवजी, दिलीप चौबे, विनोद सिंह, राजेश त्रिपाठी, राजेन्द्र श्रीवास्तव, लोकेश सिंह, श्रीप्रकाश सिंह, सुरेन्द्र सिंह, आसिष सिंह विक्की, सतनाम सिंह, राजेन्द्र गुप्ता, असलम खां, मुनीर सिद्दकी, अब्दुल हमीद डोडे, प्रमोद वर्मा, कल्पनाथ शर्मा, आशिष केशरी, कुँवर यादव, रोहित दुबे, विनीत चौबे, पारसनाथ यादव, आदिल, सुरेंद्र पाण्डेय, पवन टण्डन, किशन यादव, रामजी गुप्ता, अश्वनी यादव समेत सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।