आज वायु प्रदूषण दुनिया की एक बड़ी समस्या में से एक है। कई बीमारियों का कारण वायु प्रदूषण है। दमा, सीओपीडी, एलर्जी और फेफड़े की अन्य बीमारियों का मुख्य कारण वायु प्रदूषण ही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(वल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) के अनुसार विश्व के 15 सबसे प्रबसे प्रदूषित शहरों में 14 शहर भारत के है। इनमें अपना बनारस-कानपुर और गाजियाबाद के बाद तीसरे सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की लिस्ट में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ 20 लाख मौतें पर्यावरण प्रदूषण के कारण हुई हैं। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हर 10 व्यक्तियों में से 9 व्यक्ति प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं। लगभग 42 लाख लोग वायु प्रदूषण की वजह से मौत के शिकार हुए और 38 लाख लोगों की मौत कुकिंग और प्रदूषित ईंधन के कारण हुई। भारत में वायु प्रदूषण के कारण हर साल लगभग 12 लाख मौते होती है। यदि व्यापक रोकथाम न हुई तो यह आंकड़ा सन 2050 तक 36 लाख मौतों को पार कर जाएगा।
डॉ.एस.के.पाठक द्वारा किये गए एक शोध में ये पता चला कि, वाराणसी की खुली हवा में 2-3 घंटो चलने पर फेफड़ों की कार्य क्षमता में 10-15 प्रतिशत तक का गिरावट हो जाता है, जिसको वापस सही होने में काफी दिन लग जाते है। डॉ. पाठक ने यह भी बताया कि इसका मुख्य वजह पिछले कुछ दिनों, महीनों की भयावक वायु प्रदुषण, जहरीले स्मॉग व स्मोकिंग है, जिसमे दिवाली में जलाए गए पटाखें भी सम्मिलित हैं।
डॉ.पाठक ने बताया कि ब्रेथ ईजी जन जागरूकता के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता रहता है, जिसमें नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर, क्लिनिक, जन जागरूकता रैली, मोबाइल कैंप प्रमुख है। इसी कड़ी में सीओपीडी दिवस के उपलक्ष में 20 नवम्बर को एक जन जागरुकता रैली निकाली गयी। रैली की शुरूआत डॉ.एस.के पाठक (वरिष्ठ श्वांस एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ) व श्रीमति सुनीता पाठक ( निदेशिका, ब्रेथ ईजी) संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया। ब्रेथ ईजी रैली अस्सी से शुरू हुआ तथा लंका, दुर्गाकुंड से होते हुए सोनापुरा मार्ग से अस्सी घाट जा कर समाप्त हुआ। इस रैली में शहर के युवा एवं सम्मानित नागरिक भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इसके तदुपरांत प्रता: 9 बजे ब्रेथ ईजी नि:शुल्क दमा चेक-अप एवं जन जागरूकता अभियान का चलाया, जिसमें ब्रेथ ईजी वैन वाराणसी के प्रमुख चौराहों, गॉवों, कस्बों पर जाकर चलचित्र के माध्यम से लोगों को जागरुक किया व उनके फेफड़ों की जॉच, कंप्यूटर मशीन द्वारा किया गया। ब्रेथ ईजी द्वारा वाराणसी के चिकित्सकों के लिए 23 एवं 24 नवम्बर को चिकित्सकीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें डॉ. एस.के पाठक आधुनिक पद्धति द्वारा सी.ओ.पी.डी(दमा) के ईलाज के बारे में चिकित्सकों को ट्रेनिंग देंगे।