वाराणसी। धोखाधड़ी कर दूसरे की जगह पर बैठकर परीक्षा देनें के मामले में आरोपित कोर्ट से राहत मिल गयी। सत्र न्यायाधीश डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने वैशाली बिहार निवासी आरोपित शिवम कुमार को एक-एक लाख रुपये की दो जमानते एवं व्यक्तिगत बंधपत्र देनें पर रिहा करने का आदेश दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता आशिष सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव व संतोष पाल ने पक्ष रखा।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, वादी सुधीर कुमार ने सारनाथ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि 4 सितम्बर 2021 को सारनाथ इस्टीटूट आफ टेक्नोलाजी, तिलमापुर, आशापुर पर SSC MTS परीक्षा आयोजित है यह परीक्षा (SSC MTS ) 1 सितंबर 2023 से 14 सितंबर 2023 तक तीन पालियों में आयोजित है। जहां पर वादी TCS कम्पनी के द्वारा VCO (वेन्यू कमान्डिंग ऑफिसर) के पद पर कार्यरत है। परीक्षा सुबह 7: 45 AM – शाम 5:30 बजे तक तीन पालियों में होती है। जब वादी द्वारा तृतीय पाली के परीक्षार्थियों के प्रवेश के दौरान परीक्षा केन्द्र के गेट पर पहिचान पत्र प्रवेश पत्र की जांच की जा रही थी कि उसी समय (समय लगभग 300 PM-3 : 30 PM के बीच में मोहम्मद पुर, वैशाली, बिहार निवासी मूल अभ्यर्थी राजा कुमार रोल नं० - 3013019981 का आधार कार्ड व प्रवेश पत्र व फोटो लेकर एक अभ्यर्थी आया। जब उसका आधार व प्रवेश पत्र की जांच की गई तो आधार कार्ड के फोटो को देखकर उस पर संदेह हुआ जिसके पश्चात उसकी मिलान रजिस्ट्रेशन डेस्क पर आयोग द्वारा उपलब्ध कराये गए डाटा (फोटो, नाम रोल नं० DOB हस्ताक्षर) से मिलान किया गया तो यह पाया कि मूल अन्यर्थी को फोटो से उपस्थित (फेक) अभ्यर्थी का चेहरा (फोटो) से नहीं मिल रहा फिर उससे पूछताछ की गयी तो उसने स्वीकार किया कि वह आधार कार्ड पर बदलकर अपना फोटो लगाकर मूल अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आया था। अपना नाम (फेक अभ्यर्थी) राजीव कुमार पता मोहम्मदपुर शाली बिहार बताया। फेक अभ्यर्थी का वास्तविक नाम शिवम कुमार पता ग्राम जमालपुर पोस्ट शुभई, थाना हाजीपुर जिला वैशाली बिहार है। जिसके पश्चात फेंक अभ्यर्थी से घोषणा पत्र लिखवाया गया व दोनों हाथों के दसो अंगुलियों के निशान लिया व अपने उच्च अधिकारियों को सूचित किया व अपने साथ थाने लेकर आया।