वाराणसी। डोमरी, रामनगर स्थित आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में बुधवार को विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया। महाविद्यालय की निदेशिका प्रो. कल्पलता पांडेय, पूर्व कुलपति, जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया, उ0प्र0 ने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के द्वारा हुई इस तिथि के चुनाव का मुख्य कारण यह था कि वर्ष 1970 में UNWTO की कानून को स्वीकारा गया था। इस मूर्ति को स्वीकारना वैश्विक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास हेतु मिल के पत्थर के रूप में देखा जाता है एवं इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में इस बात को प्रसारित तथा जागरूकता फैलाने के लिए है कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रूप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में तथा आपसी समझ बढ़ाने में सहायता कर सकता है। महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. अमित रंजन तथा छात्राओं ने भी विश्व पर्यटन दिवस के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय शंकर मिश्र तथा संचालन महाविद्यालय की शिक्षिका डॉ. रजनी श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में डॉ. रचिता सिंह, श्रीमती प्रतिभा गुप्ता, डॉ. अभिजीत, सुश्री सुरभि पांडेय आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्राएं मौजूद रहे।