जल मार्ग विकास परियोजना और अर्थ गंगा पहल भारत के दृष्टिकोण एवं समर्पण का ठोस प्रमाण है
वाराणसी। मेरीटाईम सेक्टर में आपसी सहयोग एवं स्थायी विकास को बढ़ावा देने के सामुहिक प्रयासों के तहत बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय ने वाराणसी के ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर में आगामी ग्लोबल मेरीटाईम इंडिया समिट 2023 के लिए रोडशो का आयोजन किया। माननीय केन्द्रीय बंदगाह, नौवहन एवं जलमार्ग तथा आयूष मंत्री सरबनंदा सोनावाल के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में यूपी एवं नेपाल सरकार से प्रतिनिधि मौजूद रहे।
इस अवसर पर केन्द्रीय बंदगाह, नौवहन एवं जलमार्ग तथा आयूष मंत्री सरबनंदा सोनावाल ने वाराणसी में विश्वस्तरीय क्रूज़ टर्मिनल के निर्माण की योजनाओं की घोषणा की। जिससे शहर में जलमार्ग के माध्यम से रिवर क्रूज़ पर्यटन का विस्तार होगा। उन्होंने जलमार्ग के ज़रिए नेपाल से और नेपाल को माल के स्थानान्तरण को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘हमने सभ्यता के उद्गम स्थल वाराणसी से भारत की इस बदलावकारी यात्रा की शुरूआत की है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के डायनामिक एवं विज़नरी लीडरशिप में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। जलमार्ग एवं लॉजिस्टिक्स हमारे आर्थिक विकास का आधार हैं। ग्लोबल मैरीटाईम इंडिया समिट 2023 इस साझेदारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और 10 लाख करोड़ का निवेश सृजित करने के साझा दृष्टिकोण को साकार करेगा। इससे देश में युवाओं के लिए 15 लाख से अधिक रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे।
मंत्री ने स्थायी एवं आधुनिक प्रणाली के निर्माण हेतु सरकार की प्रतिबद्धता पर विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘जल मार्ग विकास परियोजना और अर्थ गंगा पहल हमारे समर्पण की पुष्टि करते हैं। हमारे मल्टी मॉडल टर्मिनल, आधुनिक गंगा नदी परिवहन एवं 60 कम्युनिटी जैटीज़ का आधुनिकीकरण, सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने एवं उद्योगों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हम पड़ोसी देशों के साथ आपसी सहयोग को प्रोत्साहित करते हुए गंगा नदी पर क्रूज़ ला रहे हैं। यह बदलाव हरित एवं स्थायी है तथा पर्यावरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण बिहार के कालूघाट में इंटर मॉडल टर्मिनल का निर्माण कर रहा है। यह टर्मिनल दिसम्बर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है और जलमार्ग के ज़रिए नेपाल को कालूघाट के साथ तथा कालूघाट को हल्दिया के साथ जोड़कर फ्रेट मुवमेन्ट में क्रान्तिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है।’
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘भारत दुनिया की सबसे लम्बी रिवर क्रूज़ को पूरा कर एमवी गंगा विकास के साथ पर्यटन सेक्टर में भी अग्रणी है। हम एक व्यवहारिक प्रणाली का निर्माण कर रहे हैं और कार्गो मुवमेन्ट, माल के स्थानान्तरण एवं लागत में कमी लाने के लिए देश के सभी बंदरगाहों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदृष्टा मार्गदर्शन में हमने देश भर में कई परियोजनाओं के माध्यम से इनलैण्ड जलमार्गों, तटीय नौवहन एवं समुद्री मार्गों में उल्लेखनीय प्रगति की है। पीएम गति शक्ति पहल के साथ हमने जलमार्ग-उन्मुख परिवहन में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं, जिससे मल्टीमॉडल फ्रेट शेयर दोगुना होकर 12 फीसदी तक पहुंच गया है और लॉजिस्टिक्स की लागत भी कम हुई है। हमें विश्वास है कि हम 2047 तक आत्मनिर्भर भारत मिशन एवं शुद्ध शून्य लक्ष्यों को हासिल कर सकेंगे तथा भारत के आत्मनिर्भर भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकेंगे।’
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा संचालित रोडशो ने तीसरे ग्लोबल मैरीटाईम इंडिया समिट 2023 के पूर्ववर्ती की भूमिका निभाई,जिसका आयोजन 17 से 19 अक्टूबर 2023 के बीच एमएमआरडीए ग्राउण्ड, बीकेसी, मुंबई में होना है। फिक्की की साझेदारी में आयोजित सम्मेलन आपसी साझेदारियों एवं इनोवेशन्स को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।
स्वागत सम्बोधन देते हुए संजय बंदोपाध्याय, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन ने कहा, ‘‘हम भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैंः जो 9 साल में रु 1517 करोड़ से रु 5210.81 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचा है, इसने कार्गो मुवमेन्ट में 16 फीसदी विकास किया है (2014-15 के बाद 315 फीसदी), रिवर क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा मिला है तथा बांग्लादेश म्यांमार, भूटान के साथ अन्तर्राष्ट्रीय साझेदारियां हुई हैं।’’
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने मैया, पश्चिम बंगाल में गंगा/पद्मा नदी का उपयोग कर सुल्तानगंज एवं गोदागरी (बांग्लादेश) तक कार्गो के परिवहन के लिए दो निजी टर्मिनल विकसित किए हैं। मैया को भारतीय कस्टम अधिनियम की धारा-7 के तहत कस्टम्स पोर्ट घोषित किया गया है, जिसमें 2.66 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो (मुख्यरूप से स्टोन चिप्स) की क्षमता है। बांग्लादेश के परामर्श में इस मार्ग पर परिवहन जल्द शरू हो जाएगा। इस अवसर पर वाराणसी, अयोध्या एवं मथुरा में इलेक्ट्रिक कैटामरैन के संचालन के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और यूपी सरकार के बीच एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। हाल ही में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने महाराष्ट्र राज्य में पीपीपी मॉडल के तहत एनडब्ल्यू का संचालन शुरू किया, जिसमें राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम 2016 के तहत 13 नदियों को एनडब्ल्यू (नेशनल वाटरवे/ राष्ट्रीय जलमार्ग) घोषित किया गया है।
बिपिन राजभंदरी रजिस्ट्रार, नेपाल पानी जहाज कार्यालय, भौतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं परिवहन मंत्रालय, नेपाल ने रोडशो पर कहा, ‘‘नेपाल मेरीटाईम गतिविधियों का केन्द्र है, खासतौर पर भारत के साथ। हमारा उद्देश्य इस क्षेत्र में उत्कृष्ट भविष्य को सुनिश्चित करना हैं हमने पहले से यात्रा, पर्यटन एवं कारोबार सेगमेन्ट में नेविगेशन प्रयोजन के लिए कई पहलों की घोषणा कर चुके हैं।’ उन्होंने नेपाल के साथ विशेष कारोबार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए भारत सरकार के प्र्रति आभार व्यक्त किया। जिसका उद्देश्य जलमार्ग के ज़रिए माल के आवागमन को सुगम एवं तीव्र बनाना हैं उन्होंने कहा, ‘‘यह समझौता न सिॅग् दोनों देशों के बीच कारोबार एवं पर्यटन क्षेत्र में आपसी सहयोग के अवसर उत्पन्न करेगा बल्कि मौजूदा कार्यबल के प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण को भी बढ़ावा देगा। गंगा नदी के उत्तरी निरे पर स्थित कालूघाट टर्मिनल के लिए 82.48 करोड़ का बजट तय किया गया है औ यह 77,000 टीईयू को हैण्डल करने में सक्षम है।’
रोडशो के अवसर पर गणमान्य दिग्गज दयाशंकर मिश्रा 'दयालु' राज्य मंत्री, आयूष, यूपी सरकार; आर लक्ष्मणन, जेएस (आईडब्ल्यूटी) एमओपीएसडब्ल्यू, आयुष मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी गौरव राठी के अलावा डॉ सुधीर त्रिपाठी, संतोष सैनी, सौरभ राय, कौशल मिश्रा, अभिषेक मिश्रा आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।