वाराणसी। प्रधानमंत्री की प्रेरणा एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविय व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन से प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। कोविड-19 महामारी के बाद हमने बहुत कुछ सीखा है। कोविड टीकाकरण के साथ ही जांच सुविधा हासिल करने में वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ ने बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसी को देखते हूए एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जांच के लिए प्रदेश में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचएल) को तैयार किया जा रहा है। शनिवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान वाराणसी सहित प्रदेश के 23 जिलों में आईपीएचएल का शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही वाराणसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मिसिरपुर सहित 87 ब्लॉक में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) का शिलान्यास किया गया। उक्त बातें शनिवार को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टांप एवं पंजीयन रवीन्द्र जायसवाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय सभागार में आयोजित इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब के वर्चुअल शिलान्यास समारोह में कहीं। उनकी उपस्थिती में लैब का शिलान्यास किया गया। उन्होंने कहा कि ‘कर लो स्वास्थ्य अपनी मुट्ठी में’ की तर्ज पर चिकित्सा क्षेत्र में विकास हो रहा है। गुणवत्तापूर्ण जांच व उपचार सुविधा प्रदान कराने के लिए सरकार प्रत्येक स्तर पर प्रयास कर रही है। साथ ही डिजिटलीकरण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इस लैब में विभिन्न संचारी व गैर संचारी रोगों की जांच की सुविधा होगी। जल्द ही जिले की दोनों लैब तैयार कर ली जाएंगी। इस मौके पर उन्होंने अपनी स्वास्थ्य जांच भी कराई और कहा कि पंजीकृत मोबाइल नंबर पर रिपोर्ट आएगी। उन्होंने सभी चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्यकर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। इसके अलावा राज्यमंत्री ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री का जन्मन्दिन उत्साहपूर्व मनाया जाएगा। आयुष्मान भवः अभियान व सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ किया जाएगा। स्वास्थ्य व स्वच्छता के लिए चिकित्सालयों व अन्य स्थानों पर अभियान शुरू किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जांच और इलाज से संबंधित सुविधाएं बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मार्गदर्शन एवं जिलाधिकारी एस राजलिंगम व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के निर्देशन में जिला स्तरीय इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब को डीडीयू चिकित्सालय कैंपस में तैयार किया जा रहा है। इसकी लागत करीब एक करोड़ रुपये है। इस लैब के बनने के बाद कोरोना, डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम, कालाजार, डायरिया, टायफायड, हेपेटाइटिस, संचारी रोगों से जुड़ी जरूरी जांच, कैंसर, अल्जाइमर, अन्य सभी गैर संचारी रोगों की जांच की सुविधा एक ही जगह मिलेगी। इसके साथ ही सीएचसी मिसिरपुर में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट तैयार की जा रही है, जिसकी लागत करीब 50 लाख रुपये है। इसमें जांच, इलाज, टीकाकरण के साथ नियमित चलने वाले स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित होंगे। बीमारियों के नियंत्रण व रोकथाम के उपाय भी उपलब्ध होंगे। दोनों यूनिट स्थापित होने के बाद यह जांच भी शुरू हो जाएंगी और इन्हें अन्य सरकारी लैब के साथ जोड़ा जाएगा। इसके लिए मरीजों को निजी पैथालॉजी व जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
इस मौके पर राज्यमंत्री प्रतिनिधि अरविंद सिंह, एसीएमओ डॉ एके मौर्या, अधीक्षक प्रेम प्रकाश, डीपीएम संतोष कुमार सिंह, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, सहायक मलेरिया अधिकारी केके राय, पार्षद अशोक मौर्य, दिनेश यादव, सुनील सोनकर, अरविंद जायसवाल, नीरज सिंह एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहा।