पर्यटन मंत्री एवं मुख्य सचिव ने दीप प्रज्वलित कर कजरी महोत्सव का शुभारंभ किया
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने रविवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दौरान कैम्पस स्थित माँ वाग्देवी का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद दिया। निरीक्षण के दौरान नवागन्तुक कुलपति को शुभकामनाएं देते हुए अपेक्षा की कि संस्था में हो रहे सुधारों को वे और आगे बढ़ायेंगे। मुख्य सचिव ने जी20 शास्त्रार्थ में प्रतिभाग किये बच्चों से वार्ता करते हुए कहा कि आज हमारे देश का नवजागरण का वक़्त है, जिसके संबंध में उन्होंने मिशन चंद्रयान का उदाहरण देते हुए बच्चों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने इसके पीछे भारत की सनातन परंपरा, वेद आदि को बताते हुए कहा कि आपके लाइब्रेरी में सोने की खान रूपी विद्या ज्ञान छिपा हुआ है। उन्होंने प्राचीन संतों को वैज्ञानिक, रसायनविद्, भौतिकविद् बताते हुए उनके द्वारा रचित ग्रंथों को विद्यार्थियों के लिए संजीवनी बताया। उन्होंने बृहदेश्वर मंदिर, मीनाक्षी मंदिर के वास्तुकला की चर्चा करते हुए इसे प्राचीन इंजीनियरिंग का उदाहरण बताया। उन्होंने संस्कृत को प्राचीन एवं देवभाषा भाषा बताते हुए कहा कि वो भी संस्कृत सीखने हेतु प्रयासरत हैं। उन्होंने हजारों साल पहले के रचित ग्रंथों से सबक लेकर इस पर पुनः वापस आने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों से कहा कि आप सौभाग्यशाली है कि आप इस महान संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के द्वारा नवजागरण हेतु किये जा रहे प्रयासों को भी बताते हुए कुलपति से इस विश्वविद्यालय की शाखा पूरे विश्व में फैलाने को कहा। मुख्य सचिव ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि आप सभी वसुधैव कुटुम्बकम को चरितार्थ करने हेतु प्रयासरत रहिये। उन्होंने सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अपने दौरे के अवसर पर रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में नगर निगम एवं काशी की समाजसेवी संस्थाओं द्वारा आयोजित कजरी महोत्सव का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में पद्मविभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र भी उपस्थित रहे। महापौर अशोक तिवारी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। श्रीमती रेवती जी, उर्मिला जी की टीम द्वारा कजरी प्रस्तुति दी गयी। पद्मश्री राजेश्वर आचार्य, श्रीनाथ मिश्र आदि लोग उपस्थित थे।