सम्पूर्ण भारत में नेत्रदान कार्यक्रम को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पखवाड़ा के अन्तर्गत वाराणसी में 38वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े का आयोजन 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत भारत के लगभग 15 लाख एवं वाराणसी आई बैंक सोसाइटी की प्रतीक्षा सूची में पंजीकृत 1100 से अधिक दृष्टिहीनों को पुर्नज्योति प्रदान करने के लिए विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से नेत्रदान जनजागरण कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। यह जानकारी आज साह हॉस्पिटल में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में संस्था के सचिव डॉ. सुनील साह ने दी।
डॉ. साह ने आगे बताया कि वाराणसी आई बैंक सोसाइटी की स्थापना 1990 में हुई थी और तब से अब तक लगभग 9000 नि:शुल्क नेत्र प्रत्यारोपण किया जा चुका है, वर्ष 2023 में अब तक 102 नेत्र प्रत्यारोपण किया गया है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा 2007 में उत्तर प्रदेश में पहली बार एक काली पुतली से दो दृष्टिहीनों को नेत्र प्रत्यारोपण की DALK और DSAEK तकनीक प्रारंभ की गयी थी तथा गत वर्ष से सबसे आधुनिक PDEK तकनीक का प्रयोग आरम्भ किया जा रहा है। डॉ. साह ने बताया कि जनसंख्या के हिसाब से भारत के सबसे बड़े राज्य उप्र में नेत्रदान का प्रतिशत बहुत कम है। इसका प्रमुख कारण अस्पताल नेत्र संवर्धन कार्यक्रम का क्रियान्वयन न होना है। उप्र में नेत्रदान कार्यक्रम को गति प्रदान करने हेतु प्रदेश के सभी महानगरों में अस्पताल नेत्र संवर्धन कार्यक्रम आरंभ करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि बनारस के बड़े अस्पताल जहां आईसीयू की सुविधा उपलब्ध है वे अगर नेत्रदान के संबंध में सहयोग दें तो निश्चित रूप से वाराणसी पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण बन सकता है। इसके लिए कुछ अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जिनके साथ सभा का आयोजन किया जायेगा।
पत्रकारवार्ता में संस्था के अध्यक्ष प्रद्युम्न साह ने बताया कि अब शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी नेत्रदान के प्रति रूझान बढ़ा है, जो एक अच्छा संकेत है, इसलिए पखवाड़े के मध्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पखवाड़ें का आयोजन में रोटरी क्लब शिवगंगा व गंगा, इनरव्हील क्लब बनारस, सुबहे बनारस, ग्रीन पीस नेचर फाउण्डेशन, साधना फाउण्डेशन, सेतु तथा भारत विकास परिषद आनन्दम का सहयोग लिया जा रहा है।
उपाध्यक्ष बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि पखवाड़े के दौरान जागरूकता रैली, अस्पतालों, स्कूलों, उद्यानों आदि स्थानोंपर लघु फिल्म, नुक्कड़ नाटक, बैनर बोर्ड आदि माध्यम से जनता का जागृत करने का प्रयास किया जायेगा। पखवाड़े के माध्यम से 10 हजार मोबाइल स्टीकर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ. अजय मौर्या, अभिलाषा गुप्ता, अप्पु गोयल, मो. शकील आदि सदस्यगण उपस्थित रहे।