मध्य रात्रि को मिली आजादी की पूर्व संध्या पर परंपरा गत तरीके से निकलने वाली कांग्रेस की मशाल जुलूस इस इस वर्ष भी पूर्व कि भांति इस वर्ष भी मध्य रात्रि को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के निसार वाराणसी के ऐतिहासिक चितरंजन पार्क से रात्रि 11.30 बजे निकल कर गोदौलिया चौराहे बांसफाटक से होते हुए मैदागिन के रास्ते ऐतिहासिक महत्व के टाउन हॉल मैदान में समाप्त हुई । इस बीच पूरे रास्ते काशी की फिजाओं में भारत माता की जय, वन्दे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद के साथ साथ बैंड बाजे पर देश भक्ति के गीतों ने पूरे वातावरण को देशभक्ति मय बना दिया ।
वस्तुतः सन 1947 में जब भारत को अंग्रेजी दासता से मुक्ति मिली तभी से वाराणसी में याहिस ऐतिहासिक परंपरा की नीव पड़ी । वाराणसी कांग्रेस की तरफ से इस पूरे ऐतिहासिक कार्यक्रम की अगुवाई की जाती है, जिसमे बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ साथ वाराणसी की जनता भी शिरकत करती है।
आज के इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व विधायक श्री अजय राय, जिला एवं महानगर अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, प्रजानाथ शर्मा, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, गणेश पांडेय, मंगलेश सिंह, प्रो अनिल उपाध्याय, शैलेंद्र सिंह, पियूष अवस्थी, किशन यादव, कुंवर बबलू बिंद मनोज द्विवेदी, ऋषभ पांडेय, सतनाम सिंह, विकास कौंडिल्य, शुभम राय, चक्रवती पटेल, रोहित मिश्रा, मंगलेश सिंह, जितेंद्र मिश्रा, बृजेश जैसल, अमन शेख, समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे ।