वाराणसी। आज स्वामी हरसेवानन्द पब्लिक स्कूल बनपुरवा में हेरिटेज इंडिया कम्पटीशन का आयोजन हुआ जिसमें विद्यालय समूह के पौधों शाखाओं के प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेता विद्यार्थियों के चेहरों की खुशी देखने लायक थी। मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता पाँच राउंड ( वन्देमातरम् ,सारे जहाँ से अच्छा, सत्यमेव जयते, ये भारत देश है मेरा तथा ऐ मेरे वतन के लोगों) में सम्पन्न हुई। प्रतियोगियों ने प्रश्नों के जबाब पूरे आत्मविश्वास दृढ़ता के साथ दिये।
प्रतियोगिता का आरंभ विद्यालय समूह के सचिव एवं प्रबंधक बाबा प्रकाशयानानन्द ने श्री श्री 1008 स्वामी
हरयानन्दजी महाराज परमहंस के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया तत्पश्चात बनपुरवां शाखा के प्रधानाचार्य ए० के० चौबे ने स्वागत भाषण के साथ प्रत्येक टीम के प्रतियोगियों का परिचय कराया।
प्रतियोगिता में श्रेष्ठता हासिल करने वाले प्रतियोगियों के नामों की घोषणा शुरू हुई तो बच्चों की करतल ध्वनि से प्रेक्षागृह सहित समूचा विद्यालय परिसर गूंज उठा। बाबा प्रकाशध्यानानन्द ने क्रमशः बनपुरवा शाखा को प्रथम पुरस्कार, घोरावल शाखा को द्वितीय पुरस्कार, गढ़वाघाट शाखा को तृतीय पुरस्कार, चुर्क शाखा को चतुर्थ पुरस्कार व जगतगंज शाखा को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया तो बच्चों ने हर्सोल्लास के साथ उनका स्वागत किया।
बनपुरवा शाखा से आर्यन गौतम, हर्षित राज, अनन्त राज सृष्टि व घोरावल शाखा से शौर्य, सर्वेश, निर जान्हवी व गढ़वाघाट शाखा से भूमि, रजनीश, अनुराग, तनय व चुर्क शाखा से अंशिका, सौम्या, जिज्ञासा दीपाली तथा जगतगंज शाखा से आकाश, वरदान, अनन्त, मिहिका ने प्रतिभाग किया।
प्रबंधक ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगियों के साथ अन्य बच्चों को श्रेष्ठता हासिल करने की प्रेरणा के साथ ही यशस्वी एवं विद्वान होने का आशीष दिया तथा कहा कि- "यदि जज्बा और जुनून हो तो कुछ भी असम्भव नहीं।" इस प्रतियोगिता का लक्ष्य-सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण है बच्चों की जिम्मेदारी से बच्चों को अवगत कराना। प्रतियोगिता का सफल संचालन शारदा प्रसाद शुक्ला व अनुराग मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यालय समूह के क्वीज मास्टर की भूमिका में शारदा प्रसाद शुक्ला, अनुराग मिश्रा, अमित कुमार, सुनील मिश्रा का विपिन कुमार ओ०पी०यादव, पूरन अरोड़ा बनपुरवा शाखा के प्रधानाचार्य चौ सहित सभी शिक्षक व शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे। लेफ्टिनेंट एमएस यादव (रिटायर्ड) ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया।