मै राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और माननीया प्रियंका गांधी का सिपाही हूं । सत्य, न्याय और जनहित के लिए मैं सदैव खड़ा था, हूं और रहूंगा । मेरा पांच दशकों का सार्वजनिक जीवन आपके सामने है । मैने अपने राजनैतिक जीवन में हर वर्ग हर तबके को बराबर का सम्मान दिया । राजनीति मेरे लिए सेवा और संस्कार का नाम है, नकि पैसा कमाना । राजनैतिक मुकदमों को छोड़ दिया जाय तो मेरे ऊपर एक भी ऐसा आरोप या मुकदमा नहीं है, जिससे यह सिद्ध हो कि मैं कोई अपराधी हूं । साधु संतों के आह्वान पर सन 2015 जो प्रतिकार यात्रा निकाली गई उसमे भाजपा के भी वर्तमान समय के कई विधायक, मंत्री थे । भाजपा के नेताओं में रविंद्र जायसवाल, ज्योत्सना श्रीवास्तव, डॉ दयाशंकर मिश्र दयालू , लक्ष्मण आचार्य आदि भी इस यात्रा में शामिल थे, पर दुर्भाग्य की बात है कि सिर्फ मुझे छोड़कर बाकी सभी 81 लोगों के ऊपर से मुकदमा हटाने का आदेश देकर अपनी मंशा को स्पष्ट कर दिया है । वस्तुतः यह सारा कुछ सिर्फ इसलिए किया जा रहा है कि मुझे कैसे फंसाया जाय । उपरोक्त बातें कद्दावर कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक श्री अजय राय ने लहुराबीर स्थित अपने आवास पर आयोजित एक पत्रकारवार्ता के दरम्यान कही ।
पूर्व विधायक एवं प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने आगे अपनी बात कहते हुए कहा कि-राज्य सरकार द्वारा जो आदेश जिला प्रशासन को मिला है उसमे यह साफ़ लिखा है कि अजय राय के अपराधिक इतिहास को देखते हुए उनपर से मुकदमा वापस नहीं होगा । अजय राय ने कहा कि आखिर योगी की कौन सी विवशता है जिस वजह से वह इस तरह के अनर्गल आदेश जारी कर रहे हैं । खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मुख्यमंत्री रहते उन्होंने अपने ऊपर लगे कई संगेय धाराओं से जुड़े मुकदमे को वापस किया, आखिर यह कौन सी नैतिकता है, यह समझ से परे है । अजय राय ने कहा कि मैने जिस प्रतिकार यात्रा में भाग लिया था, उसमे मैने किसी भी प्रकार की न तो कोई उत्तेजना वाली बात कही, न मेरे खिलाफ ही हिंसा या तोड़ फोड़ का कोई सबूत है और न तो मेरे खिलाफ कोई संगेय अपराध है । मै एक जनसेवक हूं । मेरे जीवन का चौबीसों घंटे जनता की सेवा में समर्पित रहता है । मै जनता के प्रति अपनी इस जिम्मेदारी और जवाबदेही को अंतिम दम तक निभाऊंगा , यह मेरा प्रण है । सत्ता के इशारे पर मेरे खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है वह और कुछ नही बल्कि योगी सरकार का भय है । मै इन नफरती और सांप्रदायिक ताकतों से सन 2014 से पूरी मजबूती और दमखम के साथ लड़ रहा हूं, इन लोगों को इसी बात को लेकर तकलीफ है। इनके दमनकारी और अलोकतांत्रिक कुकृत्यो के खिलाफ मैं कभी भी झुक नही सकता । असत्य, अनीति और अवैधानिक ताकतों से समझौता करना न तो मेरी फितरत है और ऐसी ताकतों से समझौता करना मेरी जीवन की डिक्शनरी में नही है। उन्होंने आगे कहा कि-आज आप देख रहे हैं कि देश की हमारे नेता माननीय राहुल गांधी जी को मोदी सरकार ने किस तरह से साजिशन संसद से बाहर निकालने का कुचक्र रचा, पर हमारी न्यायपालिका ने अन्ततः न्याय का पक्ष लेते हुए राहुल गांधी को पुनः संसद में जाने का रास्ता प्रशस्त किया । मुझे अपनी न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मै योगी सरकार के इस असंगत और विधि विरुद्ध आदेश के ख़िलाफ़ अदालत जाऊंगा । मुझे पूरा भरोसा है कि न्यायपालिका मुझे न्याय देगी ।
आज की पत्रकारवार्ता में अजय राय, जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, प्रदेश महासचिव राघवेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश सचिव वसीम अंसारी, भदोही जिलाध्यक्ष राजेंद्र दूबे, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, विकास कौंडिल्य, मुहम्मद ज़ुबैर, शुभम राय, रोहित दूबे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।