मिशन इंद्रधनुष 5.0 का शुभारंभ, पहला चरण 12 अगस्त तक चलेगा
जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए टीकाकरण वरदान की तरह है। यह टीके बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से तो बचाते ही हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करते हैं। जबकि गर्भवती महिलाओं को लगने वाला टिटिनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका उनको और पैदा होने वाले शिशु को इस बीमारी से बचाता है। यह सभी टीके समय पर लगना बहुत जरूरी है। यह बातें नगर के महापौर अशोक तिवारी ने सोमवार को शिवपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान का शुभारंभ समारोह में कहीं। इस दौरान उन्होंने और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई। महापौर ने कहा कि टीकाकरण से वंचित बच्चों व गर्भवती का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। सम्पूर्ण टीकाकरण (फूल इम्यूनाईज़ेशन) प्रत्येक बच्चे का अधिकारी है। टीकाकरण पूर्ण रूप से सुरक्षित है और सभी आवश्यक टीके समस्त सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों और टीकाकरण सत्रों पर उपलब्ध है। टीकाकरण के लिए बच्चों का टीकाकरण कार्ड साथ लेकर जरूर जाएँ। अगर बच्चे को टीकाकरण के बाद बुखार आए तो घबराएँ नहीं, एएनएम की सलाह के अनुसार बच्चे की देखभाल करें।
सीएमओ डॉ चौधरी ने कहा कि नियमित टीकाकरण अभियान में किसी कारणवश छूटे पाँच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित करने के लिए समस्त जनपद में अभियान का पहला चरण सोमवार से शुरू हुआ। यह चरण 12 अगस्त तक चलेगा। इस चरण में 15112 बच्चों और 2508 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए कुल 397 एएनएम की ड्यूटी लगाई है। 1641 सत्र आयोजित किए जाएंगे। सीएमओ ने कहा कि अपने घर व आसपास के परिजनों को बच्चे के टीकाकरण कराने के लिए पीएचसी-सीएचसी जाने के लिए प्रेरित करें। कोई भी बच्चा छूटा हो तो उसका टीकाकरण अवश्य कराएं। टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवार को जागरूक करें। उन्हें बताएं कि सभी टीके पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। टीका लगने के बाद सामान्य बुखार हो सकता है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा गंभीर स्थिति या प्रतिकूल प्रभाव से निबटने को रैपिड रिस्पोंस टीम (आरआरटी) तैयार की गई है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एके मौर्य ने बताया कि आईएमआई 5.0 का दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर और तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।
इंद्रपुर निवासी सोनी देवी ने शिवपुर सीएचसी पहुँचकर अपनी बच्ची को पोलियो की एफ़आईपीवी खुराक लगवाई। उन्होंने कहा कि आशा दीदी के माध्यम से हमें सभी टीकों की जानकारी समय पर मिल जाती है। इसलिए मेरी बच्ची को जन्म से लेकर छह माह तक के सभी टीके समय से लगे हैं। शिवुपुर निवासी सारिका ने बताया कि आज उनके डेढ़ माह के बच्चे को पेंटा की पहली डोज़ लगी है। वह टीकाकरण कार्ड साथ में लायी थीं। एएनएम ने अगली डेट पहले से ही लिख दी है। अब वह उसी दिन टीका लगवाने आएंगी।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एके मौर्य, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, अधीक्षक डॉ.मनोज दुबे, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, यूनिसेफ से प्रदीप विश्वकर्मा व डॉ. शाहिद, डब्ल्यूएचओ से डॉ. देवशीष, डॉ कुनाल, डॉ. सतरुपा, यूएनडीपी से आशुतोष मिश्रा और रीना वर्मा, चिकित्सक, एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।