वाराणसी। आगामी 2024 चुनाव में मुस्लिम और दलित को अपने ओर करने के लिए विपक्षी पार्टीयों में जबरजस्त होड़ मची हुई है। इसी कड़ी में वाराणसी के कांग्रेसीजन आज से एक हफ़्ते का 'जय जवाहर-जय भीम जन संपर्क अभियान शुरू करेगी। महानगर कांग्रेस कमेटी वाराणसी के अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नईम अहमद प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, प्रदेश सचिव संदीप कपूर, जिलाध्यक्ष डॉ मुनीर नज़्म सिद्दीकी, महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद डोडे ने आज मैदागिन कांग्रेस कार्यालय में संयुक्त पत्रकार वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब तक मुस्लिम और दलित कांग्रेस को वोट करते थे संविधान विरोधी भाजपा के पास पूरे देश में सिर्फ़ दो सांसद होते थे। मुस्लिम लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में लौटने का फैसला कर चुके हैं। उक्त नेताओं ने कहा कि 7 से 13 अगस्त तक चलने वाला यह अभियान 2024 में कांग्रेस को सत्ता में ले आएगा। इसके तहत रोज़ 100 दलित परिवारों तक कांग्रेस का संदेश पहुंचाया जाएगा। साथ ही दलित समाज के बीच अल्पसंख्यक समाज की तरफ से पर्चा भी बाँटा जाएगा।
मोदी सरकार में दलित ,मुस्लिम सरकार के निशाने पर है। कांग्रेस द्वारा बनाए गए कानून जिसमे दलितों की ज़मीन को गैर दलितों के खरीदे जाने पर रोक थी, उस कानून को मोदी सरकार ने खत्म कर दिया। जिससे दलितों की जमीन को डरा धमकाकर आधे पौने दाम पर खरीदी जा रही है।
भाजपा को 2019 में 37 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि प्रदेश में दलित और मुस्लिम मिल कर अकेले 42 प्रतिशत हैं। इन दोनों वर्गों के कांग्रेस में आने के बाद अन्य वर्ग भी कांग्रेस के साथ आएंगे और भाजपा की विदाई हो जाएगी।ऐसे में जरूरी है कि दलित अपने पुराने घर कांग्रेस में लौट आए। मुस्लिम कांग्रेस मे लौटने का फैसला कर चुके हैं। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जिसे सभी समुदाय वोट कर सकते है, लेकिन ऐसा तब होगा जब हम कांग्रेस में लौट आएंगे।