12 ज्योर्तिलिंग में से एक बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी काशी में बृहद पार्थिव पूजन एवं शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया गया है जिसका शुभारंभ आज कलश यात्रा से हुआ। कलश यात्रा दशाश्वमेध घाट से होकर कथा स्थल तक पहुंचीं। सायं 4 बजे से कथा का शुभारंभ प्रख्यात सन्त प्रखर महाराज करेंगे।
यह जानकारी रवि शंकर महाराज ने दी। आगे उन्होंने बताया कि कथा में प्रतिदिन अन्य प्रदेश के भी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। भस्म आरती पंचवटी आश्रम की विशेषता है इस आरती को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में दर्शक भक्त जमा होते हैं। सप्त दिवसीय कथा में प्रात: पार्थिव पूजन के दौरान भस्मारती व गुलाल आरती और सायं शिव विवाह, नन्दी उत्सव, गणेश उत्सव, और गंगा अवतरण की दिव्य छटा भक्तों का मन मोह लेती हैं।
कथा की पूर्णाहुति के उपरांत 11 अगस्त को विश्वनाथ मन्दिर कोरिडर में अंतरराष्ट्रीय शिव संवाद का भी आयोजन है। जिसमें देश और विदेश के शिवभक्त भाग लेंगे कई प्रदेश के विद्वान वक्ता कण कण में शिव को विभिन्न मध्यम से स्थापित एवं सिद्ध करेंगे। मनोरंजक और मनोहरी संवाद देश और विदेशों में शिव की सार्थकता प्रमाणित करेंगे।
अंतराष्ट्रीय शिव संवाद की श्रृंखला की शुरूआत काशी से ही हो रही है। इसके बाद काठमांडू नेपाल के साथ दुनिया भर के अन्य देशों में शिव संवाद श्रृंखला शुरू की जाएगी।