वाराणसी। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी एस. राजलिंगम ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वर्तमान में जनपद के मतदान स्थलों के संशोधन प्रस्ताव के संबंध में गुरुवार को राइफल क्लब सभागार में आयोजित बैठक में सभी राजनीतिक दलों पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। इस दौरान समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पर सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपनी सहमति व्यक्त की गई। डीएम ने सभी उपस्थित राजनीतिक दलों से 10 अगस्त तक मतदेय स्थलों के संभाजन/संशोधन के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार यदि कोई सुझाव हो, तो उपलब्ध कराने हेतु कहा गया। इस दौरान बीएलओ द्वारा घर-घर किए जा रहे मतदाता सत्यापन कार्य में अपेक्षित सहयोग प्रदान करने तथा अपने-अपने दलों के बी.एल.ए. नियुक्त करने का भी अनुरोध किया गया।
जनपद की मतदाता सूची संशोधन/पुनरीक्षण का कार्य असंतोषजनक पाए जाने जिलाधिकारी ने समस्त ईआरओ/ए ईआरओ को निर्देशित करते हुए कहा कि बूथवार बीएलओ की प्रतिदिन की प्रगति की समीक्षा करें। खराब प्रदर्शन वाले बीएलओ सुपरवाइजर के खिलाफ कार्यवाही किया जाए। आयोग द्वारा निर्धारित सभी पैरामीटर पर मतदाताओं के आधार लिंकेज, डीलीशन, नए मतदाताओं के जोड़ने, एपी रेशियो, जेंडर रेसियो आदि पर मतदाता सूची के संशोधन का कार्य 1 सप्ताह के अंदर करा लिए जाने के कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य को पूरी गंभीरता से लिया जाए। खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों/अधिकारियों की जिम्मेदारी तय किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि निर्वाचन कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के समयबद्ध कार्य होते हैं, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक के दौरान एडीएम प्रशासन/उप जिला निर्वाचन अधिकारी, एडीएम सिटी, संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी गण, अन्य संबंधित अधिकारी सहित विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।