देश के सबसे बड़े नेत्र चिकित्साल संगठनों में एक ए.एस.जी. आई हॉस्पिटल महमूरगंज वाराणसी शाखा में विधायक कैण्ट सौरभ श्रीवास्तव ने विश्व की अत्याधुनिक एवं उत्कृष्ठतम् कटूरा विजन लेसिक मशीन का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन के पश्चात सौरभ श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि आंखें शरीर का अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग है। आंखों के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। ए.एस.जी. आई हॉस्पिटल, नेत्र चिकित्सा का एक बड़ा और नामी केंद्र है। काशी, सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि आसपास के प्रदेशों के लिए भी चिकित्सा सेवा का एक बड़ा केंद्र है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में काशी में चिकित्सा सुविधाओं का निरंतर विस्तार हो रहा है। इसी क्रम में ए.एस.जी. आई हॉस्पिटल ने भी अत्याधुनिक तकनीक की मशीन अपने अस्पताल में लगाई है।
बताते चलें कि ए.एस.जी. आई हॉस्पिटल की 150 से अधिक शाखाएं देश के कोने-कोने में हैं। विधायक ने इस अवसर पर अस्पताल की पूरी टीम को शुभकामनाएं दी और उन्हें काशीवासियों की बेहतर चिकित्सा के लिए प्रेरित किया।
ए.एस. जी. वाराणसी के मेडिकल डायरेक्टर एवं वरिष्ठ फेकोरिफ्रेक्टिव एवं ग्लूकोमा सर्जन डॉ. प्रत्यूष रंजन ने बताया कि पूर्वाचल के मरीजों को नेत्र चिकित्सा की श्रेष्ठतम विश्वस्तरीय सेवा प्रदान करना उनका एकमात्र लक्ष्य है तथा इसी कड़ी में अब ए.एस. जी. वाराणसी में कंटूरा लेसिक की सुविधा भी प्रारम्भ कर दी है। मेडिकल प्रशासक डॉ. मोहम्मद साजिद (फेकोरिफ्रेक्टिव एवं ऑक्लोप्लास्टी सर्जन) ने बताया कि किस प्रकार कंटूरा पुरानी मशीनों से बेहतर है तथा मरीज की आँख की संरचना के हिसाब से 22,000 बिन्दुओं पर लेसिक करके सर्जरी के उपरान्त आश्चर्यजनक परिणाम प्रदान करती है।
आयोजन की भव्यता बढ़ाने के लिये ए.एस.जी.आई. हॉस्पिटल, वाराणसी के डॉक्टरों की पूरी टीम जिनमें कि डॉ कुणाल विक्रम (फेकोरिफ्रेक्टिव एवं कॉर्निया सर्जन), डॉ. कार्तिकेय सिंह (विट्रियो- रेटिना सर्जन), डॉ. अपेक्षा अग्रवाल (पीडियाट्रिक ऑप्थेलमोलॉजिस्ट), डॉ. अनूप सिंह (फेकोरिफ्रेक्टिव एवं कॉर्निया सर्जन), डॉ फरनाज (फेको रिफ्रेक्टिव), डॉ. नितिश दीक्षित (फेकोरिफ्रेक्टिव सर्जन) व डॉ जय सिंह (विट्रियोरेटिना सर्जन) उपस्थित रहे।