एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर इंस्टीट्यूट में कैंसर की सिंकाई के लिए रेडिएशन ओंकोलोजिस्ट डॉ. अंकिता पटेल, डॉ नेहा गुप्ता, डॉ गौरव गोस्वामी एवं डॉ. उपेंद्र गिरि, फिजिस्ट (रेडिएशन ओंकोलजी) की टीम ने 18 चेनेल हाई डोज रेट इंटरस्टीशियल ब्रैकीथेरेपी, मार्टिनेज यूनिवर्सल पेरिनियल इंटरस्टीशियल टेम्प्लेट (एमयूपीआईटी) का उपयोग करते हुए जो जर्मन तकनीक का एक यूनिवर्सल एप्लीकेटर है और इसका उपयोग बहुत अच्छी डोज के साथ सभी प्रकार के एडवांस्ड कैंसर विकृतियों की सिंकाई के लिए किया जाता है, एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर इंस्टीट्यूट में पहली बार इसका उपयोग करते हुए एड्वान्स्ड गर्भाशय कैंसर के मरीज का इलाज किया।
एचडीआर प्रत्यारोपण में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए शरीर के अंदरूनी कैंसर ग्रसित हिस्से में कैंसर टिशू के आकार के आधार पर ओटी में सी-आर्म इमेज गाइडेड निडिल प्रत्यारोपित करते हुए ब्रेकीथेरेपी में 18 चनेल ट्यूबों के माध्यम से विकिरण का स्रोत रखा जाता है और डॉक्टर मिनटों में स्रोत को हटा देते हैं, इसलिए कोई विकिरण शरीर में नहीं रहता है और रेडिएशन के साइड एफफेक्ट्स को कम करने में भी मदद करता है। प्रोस्टेट, स्तन, ग्रीवा, बच्चेदानी, सिर और गर्दन के कैंसर, सरकोमा, मेलेनोमा के इलाज के लिए एचडीआर अत्याधिक कारगार, सुरक्षित एवं सटीक होता है और 30 से 35 सेशन में होने वाली सामान्य कैंसर सिंकाई की तुलना में सीधे कैंसर टिशू की सिंकाई द्वारा 4-8 सेशन में मात्र 24 से 72 घंटे में संभव है।