मेजर जनरल नीरज बाली (रिटायर्ड) ने छात्राओं से साझा किया अनुशासित जीवन जीने का तरीका
मेजर जनरल नीरज बाली (रिटायर्ड) द्वारा सेना में नेतृत्व के महत्त्व पर सनबीम वोमेन्स कालेज वरूणा में हुआ सत्र का आयोजन
सनबीम वोमेन्स कालेज वरुणा में ‘सहस्त्र बलों से सीखे नेतृत्व का पाठ’ विषय पर एक सेशन का आयोजन किया गया। जिसमें सनबीम वोमेन्स कालेज वरुणा एवं सनबीम कॉलेज फार वीमेन भगवानपुर के सभी संकायों बीए, बीकॉम, बीएससी, बीबीए, बीसीए, एमए एवं एमकाम की छात्राओं ने इस कार्यक्रम में उपस्थित रही। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेजर जनरल नीरज बाली, सेना मेडल (रिटायर्ड) एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों में 39 जीटीसी कैन्टोनमेंट के ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल, सीनियर डायरेक्टर श्रीमती अमरजीत नाग्याल ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया। मेजर जनरल नीरज बाली, सेना मेडल (रिटायर्ड) ने लगभग चार दशकों तक सेना में एक इन्फैंट्री अधिकारी के रूप में कार्य किया। अपने करियर के दौरान, वह दस वर्षों तक जम्मू-कश्मीर में तैनात रहे, एक आतंकवाद विरोधी बटालियन की कमान संभाली और उन्हें वीरता के लिए सेना पदक से भी सम्मानित किया गया है। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, वह भारत और विदेशों में 100 से अधिक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं वाली एक अग्रणी इंजीनियरिंग पीएमसी कंपनी के सीईओ थे। वह एक ग्रामीण शिक्षा सोसायटी के सीईओ भी थे, जो 42,000 छात्रों के साथ महाराष्ट्र में 92 स्कूल और कॉलेज चलाती थी। इनमें माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद, एक्सएलआरआई जमशेदपुर, अटलांटा यूएस और कास्केस पुर्तगाल में स्ट्रैटेजिक कॉम्पिटिटिव इंटेलिजेंस प्रोफेशनल्स समिट, जर्मनी में इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्पिटिटिव इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंस, टाटा संस, इंफोसिस, विप्रो, किर्लोस्कर ब्रदर्स, एचडीएफसी की सीएक्सओ कॉन्फ्रेंस शामिल हैं। आपकी पुस्तक इनसाइड ए विनिंग कल्चर इस साल अक्टूबर में पैन मैकमिलन इंडिया द्वारा जारी की जाएगी। मेजर जनरल नीरज बाली (रिटायर्ड) ने अपने सैन्य अनुभवों के द्वारा यह बताया कि सेना का जीवन बड़ा ही संयमित, अनुशासित और विकट परिस्थितियों पर आधारित होता है। सैनिक वह होता है जो हंसते-हंसते देश रक्षा के लिए अपने प्राण भी निछावर कर देता है। अगर वास्तव में किसी से नेतृत्व का गुण सीखना है तो एक सैनिक से ही सीखा जा सकता है। मेजर जनरल नीरज बाली (रिटायर्ड) के व्याख्यान से छात्राएं भाव विभोर हो गई और सेना के प्रति सम्मान और गर्व का भाव उनके चेहरे पर देखा जा सकता है। सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष डॉ0 दीपक मधोक ने सेना के प्रति गर्व का भाव व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी सेना पूरे विश्व में अपनी वीरता का परचम लहराती है किसी में हिम्मत नहीं जो दुश्मन हमारे भारतवर्ष की तरफ आंख उठाकर भी देख सकें, अतः हमें अपने सेना का सदैव सम्मान करना चाहिए। निदेशिका श्रीमती भारती मधोक ने मेजर जनरल नीरज बाली जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने जितनी सहजता के साथ सेना के वीरता का वर्णन हमारी छात्राओं से किया यह अपने आप में गौरवान्वित होने का क्षण है। सनबीम शिक्षण समूह की उपनिदेशिका श्रीमती अमृता बर्मन ने अपने देश की सेना को सलाम करते हुए कहा कि बड़े गर्व की बात है कि हम ऐसे देश में रहते हैं जिनके सैनिक का सम्मान पूरी दुनिया करती है। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डॉ0 शालिनी सिंह और प्राचार्य डॉ. राजीव सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।