जिले में शुरू हुआ विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
वाराणसी, 01 जुलाई 2023। जिले में शनिवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय से किया गया। आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व राज्यमंत्री व विधायक डा. नीलकण्ठ तिवारी ने लोगों को संचारी रोग नियंत्रण के लिए शपथ दिलाने के साथ ही रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही चोलापुर सीएचसी समेत प्रत्येक ब्लाक स्तर भी जन जागरूकता रैलियां निकाली गईं।
पूर्व राज्यमंत्री डॉ. नीलकण्ठ तिवारी ने कहा कि जागरुकता ही संचारी रोगों के खतरे से बचाव का बेहतर उपाय है। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान महज एक अभियान नहीं बल्कि ऐसा अनुष्ठान है जो प्रदेश सरकार की ओर से लोगों को संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए किया जा रहा है। लिहाजा अभियान में जन सहभागिता बेहद जरूरी है। साफ-सफाई के प्रति हमारी थोड़ी सी जागरुकता सिर्फ हमें ही नहीं परिवार व समाज को गंभीर बीमारियों से बचा सकती है। डा. तिवारी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब कालरा, प्लेग, कालाजार जैसी बीमारियों से हर वर्ष काफी संख्या में जन हानि होती थी । जापानी बुखार से भी गोरखपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में बच्चों की मृत्यु हो जाती थी । लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व की देन है कि आज हम ऐसे जानलेवा रोगों पर लगभग नियंत्रण प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा संचारी रोगों खत्म करने के लिए सभी को जागरूक होना आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि संचारी रोगों के खिलाफ अभियान में एक साथ कई विभागों का आना ही अपने आप में महत्वपूर्ण है। सम्बंधित विभागो के लोग घर-घर जाएंगे । लोगो को इसके खतरे से अवगत कराने के साथ ही बचाव के लिये भी जागरूक करेंगे। इससे जरूर सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि संचारी रोग सिर्फ लापरवाही से होता है। गंदे पानी का सेवन, घर के आसपास जल-जमाव जैसी छोटी-छोटी बातों के प्रति हम सजग हो जाए तो बड़े खतरे से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी सतर्क रहे। घर के आस-पास गंदे जल का जमाव न होने दे और लोगो को भी इसके प्रति जागरूक करें। संचारी रोग से यदि कोई बीमार होता है तो उसका तत्काल उपचार नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से कराएं ।
समारोह के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए एसीएमओ (वेक्टर बार्न) डा. एस.एस. कन्नौजिया ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभियान के दौरान बुखार, टीबी, कोविड, फाइलेरिया आदि लक्षणों वाले व्यक्ति के बारे में घर-घर जाकर पूछताछ की जाएगी। लक्षण वाले व्यक्तियों को चिह्नित कर इलाज कराया जाएगा । आवश्यकता पड़ने पर सरकारी एंबुलेंस की सेवा भी उपलब्ध रहेगी। लक्षण मिलने वाले व्यक्ति का पूरा नाम पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय तक भेजा जाएगा। ताकि बीमारी का आकलन किया जा सके । उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत ही जनपद में 17 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलेगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बीमार लोगों के बारे में जानकारी लेगी।
जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद्र पांडेय ने कहा कि अभियान में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग की सहभागिता रहेगी। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। जहां भी मच्छर पनपने की संभावना होगी। वहां निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
समारोह में मण्डलीय चिकित्सालय के एसआईसी डॉ. एसपी सिंह, जिला महिला चिकित्सालय की एसआईसी डा. मनीषासिंह ने भी विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक अजय कुमार मिश्र ने किया। समारोह में यूनिसेफ के डा. शाहिद के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।