वाराणसी। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने दोपहर की चिलचिलाती धूप में सारनाथ के पर्यटन पुलिस थाना परिसर में निर्माणाधीन परियोजना का औचक निरीक्षण किया। निर्माण कार्य स्वीकृत ले-आउट के वितरित किए जाने की जानकारी पर मौजूद कार्यदाई संस्था के प्रतिनिधि से ले-आउट मांगने व मौके पर उसे उपलब्ध न होने पर मंत्री ने फिलहाल कार्य को रोके जाने का निर्देश दिया। उन्होंने मौके से ही जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता कर निर्माण परियोजना को देखे जाने को कहा।
निरीक्षण के दौरान मंत्री को बताया गया कि परिसर में पूर्व में 14 लाख की धनराशि से बने शौचालय को ध्वस्त कर पुनः शौचालय निर्माण कराया जा रहा है। जबकि इसी शौचालय की कोई उपयोगिता नही हैं। यह भी बताया गया कि परियोजना के अंतर्गत परिसर में ही दो तरफ दुकान बनाया जाना प्रस्तावित है। निर्माण कार्य स्वीकृत ले-आउट के विपरीत किये जाने की भी मंत्री को लोगों ने जानकारी दी। उन्होंने मौके पर मौजूद कार्यदायी संस्था के लोगों को निर्देशित करते हुए कहा कि शीघ्र ही जिलाधिकारी के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा करेंगे। तब तक इसका निर्माण कार्य रोक दिया जाए। उन्होंने परियोजना बनाने से पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ विचार- विमर्श एवं जानकारी दिए जाने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने पूछा कि परियोजना बनाने से पूर्व विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया। वही पर्यटन थाना परिसर के बगल सटे सड़क का चौड़ीकरण कराए जाने का भी लोगों ने माँग की।
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने सारनाथ में बुद्धिस्ट सर्किट के विकास परियोजना के अंतर्गत सारनाथ में विभिन्न देशों के बुद्धिस्ट मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों का 72 करोड़ की लागत से कराए जा रहे विकास कार्य की भी मौके पर जानकारी ली और इस बाबत उन्होंने मौके से ही उप निदेशक, पर्यटन से फोन पर वार्ता की। उन्होंने उप निदेशक, पर्यटन एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारी को स्वीकृत परियोजना एवं ले-आउट के साथ उपस्थित होकर अब तक कराए गए कार्यों के प्रगति की जानकारी दिए जाने हेतु निर्देशित किया।