अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है योग-पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
9वां 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' डाक विभाग द्वारा विभिन्न मंडलों और डाकघरों में उत्साहपूर्वक मनाया गया। कैण्ट प्रधान डाकघर परिसर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने इसका शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने डाक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को नियमित योगाभ्यास करने और इसे अपनी नियमित जीवन शैली में जोड़ने पर जोर दिया।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने अपने उदबोधन में कहा कि योग वस्तुत: अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है। 'योग: कर्मसु कौशलम्' के माध्यम से भारतीय संस्कृति की इस अमूल्य और विलक्षण धरोहर को वैश्विक स्तर पर अपनाया गया है। आज के भौतिकवादी युग में योग न केवल निरोग रहने का साधन है, बल्कि मानवता के संरक्षण का प्रबल अवलंबन भी है। यह हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, भावनात्मक, आत्मिक और आध्यात्मिक सभी पहलुओं पर काम करता है। इस 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' को 'योगा फॉर वसुधैव कुटुम्बकम' एवं 'हर आँगन योग' की थीम को समर्पित कर इसे चरितार्थ भी किया गया है। श्री यादव ने बताया कि इस योग दिवस को खास बनाने एवं योग के महत्त्व को समझाने के लिए डाक विभाग द्वारा डिजिटल पोस्टकार्ड हेतु बनाई गई माइक्रोसाइट से लोगों ने उत्साहपूर्वक डिजिटल पोस्टकार्ड डाउनलोड किए।
इस अवसर पर सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा ने कहा कि, योग न सिर्फ हमें नकारात्मकता से दूर रखता है अपितु हमारे मनोमस्तिष्क में अच्छे विचारों का निर्माण भी करता है। सहायक निदेशक राम मिलन ने कहा कि, योग को अपनाकर हम सभी स्वस्थ भारत के निर्माण में सहभागी बन सकते हैं। योग प्रशिक्षक श्री सोमेश्वर कुमार यादव ने इस अवसर पर योगा प्रोटोकाल के तहत विभिन्न आसनों की महत्ता बताते हुए योगाभ्यास कराया।
इस अवसर पर सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, राम मिलन, सहायक डाक अधीक्षक मासूम राश्दी, आर.के. चौहान, अजय मौर्या, निरीक्षक श्रीकान्त पाल, दिलीप पाण्डेय, इन्द्रजीत पाल, डाक सहायक प्रकाश गुप्ता, मनीष कुमार, राहुल वर्मा, आनन्द प्रधान, पंकज सिंह, शम्भू कुमार, अजिता सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।