MENU

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश हर आपदा में देशवासियों के साथ खड़ा है : सौरभ श्रीवास्तव



 13/Jun/23

केन्द्र सरकार सेवा और सुशासन के नौ वर्ष पूर्ण होने पर कैन्ट विधायक सौरभ श्रीवास्तव पत्रकार वार्ता को किया संबोधित

2004-2014 भारत की विकास यात्रा में ये 10 साल Lost Decade रहे हैं। 10 साल देश ने कमजोर नेतृत्व का दंश झेला, रिमोट कंट्रोल वाली सरकार कैसे चलती थी, ये बात किसी से छिपी नहीं। सरकार और एक भ्रष्ट परिवार के चक्कर में देश के बेशकीमती 10 साल बर्बाद हो गए।

इन 10 वर्षों में भारत को "fragile five अर्थव्यवस्था कहा जाने लगा, कमर तोड़ महंगाई, विकास दर बेहद कम, देश का आत्मविश्वास ही कमजोर पड़ चुका था। 10 साल में भारत की हालत क्या हो गई थी ये बात न दुनिया से छिपी थी, न देशवासियों से। 2014 में देश की 130 करोड़ जनता ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा दिखाया और इस भरोसे ने 2014 से 2023 के 9 वर्षों में ही देश में शांति, समृद्धि और विकास की स्पीड भी दिखाई और स्केल भी दिखाई।

भारत वो दिन नहीं भूला है, जब ये कहा जाता था कि, हम दिल्ली से 1 रुपया भेजते हैं, लेकिन गरीबों तक सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं। मोदी जी ने जनधन खाते खुलवाए। इन खातों में 1.90 लाख करोड़ रु जमा हुए हैं। अब देश ये दिन भी नहीं भूलेगा कि आज दिल्ली से 100 रुपया चलता है तो गरीब के पास पूरा का पूरा 100 रुपया पहुंचता है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश हर आपदा में देशवासियों के साथ खड़ा है, उनकी सेवा में भारत ने वो दिन भी देखा है, जब पोलियो, टेटनस और बीसीजी जैसे टीकों को भारत आने में 50 से ज्यादा साल लग गए थे। ड्रोन से वैक्सीन डीलिवरी दुर्गम इलाकों में भारत सरकार ने सुनिश्चित कराई। मोदी सरकार ने रिकॉर्ड समय में लाखों लोगों का टीकाकरण करने का लगभग असंभव कार्य हासिल किया, वह भी सबसे खराब वैश्विक महामारी के सामने। पहले भारत पश्चिम से दवाओं और टीकों के लिए निर्भर था, भारत ने दो स्वदेशी COVID-19 टीके विकसित किए और कई देशों को जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति की। स्वतंत्र भारत के इतिहास में इससे पहले गरीबों के लिए आवास निर्माण की ऐसी क्रांति नहीं देखी गई। स्वतंत्र भारत में इससे पहले कभी भी महिलाओं ने घर के निर्णय लेने में इतनी सक्रिय भूमिका नहीं निभाई है। घर-घर जल पहुँचने से कितने लाभ हुए, पहले जो बेटियां दूर पानी लाने जाती थी अब वो अपनी पढ़ाई को समय दे पा रही है क्योंकि अब उन्हें पानी लाने नहीं जाना पड़ता |

शौचालय के निर्माण से महिलाओं के प्रति अपराध घटे, बीमारियों से दूरी बढ़ी और पर्यावरण को भी पहुँच रहा है लाभ |अब महिलाओं की मूल जरूरत शौचालय उनके पास है, सामाजिक अपराध घटे हैं साल 2019 से पहले महज 3.23 करोड़ परिवारों तक टैप-वाटर कनेक्शन था। घर में काम जल्दी होने से अब महिलाओं के पास अपने लिए समय है।

1121 लाख मीट्रिक टन अनाज गरीबों को निःशुल्क मिला साथ ही वन नेशन वन राशन कार्ड से हर महीने 3.5 करोड़ से ज्यादा परिवार लाभ उठा रहे हैं। गरीब परिवार में जन्मे मोदी जी ने गरीबों के कष्ट को समझा। बीमारी और इलाज से होने वाली समस्याओं और उनके आर्थिक परिणाम से गरीब डरता था, त्रस्त था। मोदी जी ने आयुष्मान भारत योजना लाकर गरीब की निशुल्क चिकित्सा सुनिश्चित की।

स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार लालकिले की प्राचीर से सैनिटरी पैड का जिक्र किया। जीवन रक्षक दवाएं अब सस्ती दरों पर उपलब्ध हैं, कुछ दवाएं लगभग 50% से 80% सस्ती हैं

जब दुनिया भर में फर्टिलाइजर की कीमतें बढ़ रही थीं तब भी मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि किसान प्रभावित न हो। सरकार ने उठाया बोझ। सरकार ने सब्सिडी में 140% और कुल मिलाकर Rs. 2000 करोड़ सब्सिडी बढाई।

11.4 करोड़ किसान सम्मान राशि भी पा रहे हैं। फसल बीमा के अंतर्गत 1.4 लाख करोड़ रुपये के क्लेम किसानों को मिले हैं| माइक्रो इरीगेशन और सूक्ष्म सिंचाई से करोड़ों किसानों की पैदावार बढ़ी है, वो कृषि में नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। किसानों की मौसम पर निर्भरता कम हुई है। समाज के हर अंग को हर वर्ग को अपना हक अपना सम्मान मिलता रहे | इसके लिये हमारी सरकार प्रतिबद्ध है

महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई पुराने कानूनों में अभूतपूर्व सुधार किया गया है|

हर क्षेत्र में महिलाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है| बिना भेदभाव देश को आगे बढ़ाने की हमारी नीति के कारण आर्थिक रूप से वंचित वर्ग को आरक्षण दिया गया, ताकि प्रगति में वो भी सहभागी हो सकें| पिछड़े वर्ग के अधिकारों को अधिक दृढ़ता प्रदान की गयी

मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि पिछड़े वर्ग को उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव मदद व सहयोग मिले। दिव्यांगजनों के लिये भी अवसरों का नया आकाश खोला गया है| क्या आपने कभी सोचा है? वही देश है, वही तंत्र है, वही संसाधन हैं, लेकिन ये सब शानदार परिणाम दे रहे हैं| ऐसा क्या था कि 6 दशक में जो नहीं हो पाया वो 9 वर्षों में हो गया? इसके पीछे है नरेन्द्र मोदी जी का निर्णायक और दूरदर्शी व्यक्तित्व।

 

उड़ान जैसी सुविधाओं के कारण देश में पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल रहा है। छोटे-छोटे शहरों तक हवाईयात्रा की सुविधा का विस्तार क्षेत्रीय विकास और देश को जोड़ने की मुहिम में महत्वपूर्ण कदम है।

2014 तक 12 किमी प्रतिदिन की रफ्तार से बनते हाईवे आज लगभग 40 किमी प्रतिदिन तक पहुँच गए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत भी सड़कें 9 साल में 2 गुनी से अधिक बन गयी है

6 दशकों में कभी किसी ने देश में प्रचुर नदियों एवं अन्य संसाधनों पर जलमार्ग बनाने के विषय में कभी सोचा ही नहीं| यह भी मोदी जी ने कर दिखाया।

अमेरिका और अन्य विकसित देशों से तुलना में वंदेभारत लोगों के लिए सुलभ मूल्य पर उपलब्ध होती हैं| यह विश्व के लिए किसी क्रांति से कम नहीं। आज बहुत देश इस टेक्नोलॉजी को अपने देश में उपयोग करने की बात कर रहे हैं

भारत में वर्तमान में दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, जल्द ही जापान और दक्षिण कोरिया को पीछे छोड़ दिया जाएगा।

पीएम मोदी की सरकार ने भविष्य के स्वास्थ्य संकटों के लिए तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निवेश पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।

शिक्षा बजट 3 गुना तक बढ़ा। 722 जिलों में 10 हजार अटल tinkering लैब बने। पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव छोड़ने वाला यह नया अविष्कार खेती के क्षेत्र में एक क्रांति है जिससे किसान को लाभ होगा और आने वाली पीढ़ी के लिये एक हरी भरी दुनिया तैयार होगी. यूरिया से भरा बैग अब एक छोटी बोतल में उपलब्ध है।

जब ये कहा जाता है कि पूर्व की सरकारों ने अटकाना, लटकाना, भटकाना को अपनी कार्यशैली बना रखा था, तो उसका जीता-जागता उदाहरण ऐसे कई अनगिनत प्रोजेक्ट्स हैं। जो सालों से वोटबैंक पॉलिटिक्स, चुनाव दर चुनाव अटकते और लटकते चले गए। एक आम भारतीय को हमेशा शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर का आनंद लेने या लाभ उठाने का मौका मिलने की आशा रहती थी। लेकिन उनकी इस आशा को विश्वास में बदला मोदी सरकार ने| भोपाल का रानी कमलापति स्टेशन, गांधीनगर स्टेशन और मुंबई के सीएसएमटी में परिवर्तन, बनारस रेलवे स्टेशन इसके कुछ शानदार उदाहरण हैं।

ये सिर्फ़ रेलवे स्टेशन ही नहीं, इनमें से कई कनेक्टिविटी के नए केंद्र हैं। जैसे अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन को मल्टी-मॉडल हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां रेलवे ट्रेन, मेट्रो और आने वाली अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन है। गांधीनगर स्टेशन के ऊपर एक पांच सितारा होटल भी है। जो देश के जन-जन को भव्य इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ रहा है|

आज भारतीय इंजीनियरिंग असंभव को संभव कर रही है और दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज इसका जीता जागता उदाहरण है। इसने मेक इन इंडिया को एक नई परिभाषा दी है। विपक्ष ने कहा कि यह फिजूलखर्ची होगी, आज स्टॅच्यू ऑफ यूनिटी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है और इससे केवडिया और उसके आसपास विकास हुआ है।

हर मौसम में चलने वाली अटल सुरंग ने भारत की सेना की आसान और तेज आवाजाही सुनिश्चित करके भारत की सुरक्षा को भी बढ़ाया है।

भविष्य के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक मेगा पुश मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए 100 लाख करोड़ रुपये का मास्टरप्लान, इसके अंतर्गत एक साथ योजना बनाने और उसे पूरा करने के उद्देश्य के साथ जुड़े 16 मंत्रालय ताकि बेहतर होती रहे इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी।

4.7 करोड़ डुप्लीकेट और फेक राशन कार्ड निरस्त हुए। 4.14 करोड़ डुप्लीकेट एलपीजी कनेक्शन हटे। जिससे देश को 2.73 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है। दुनिया के टोटल डिजिटल पेमेंट का 40% ट्रांजैक्शन भारत में हो रहा है।

देश ने वह दिन भी देखा तब तकनीक को लाने में घोटाले हुए | 80 के दशक में डिजिटल क्रांति में भागीदार न बन पाने वाला भारत आज के दौर में डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है| मोदी सरकार के 9 सालों में टेक्नोलॉजी के प्रयोग से ग़रीब का जीवन सुधरा और सरकार के कामकाज में सुलभता आई। डिजिटल इंडिया को प्राथमिकता बनाकर जहाँ हाई स्पीड इंटरनेट से गाँवों को भी जोड़ा गया, वहीं जन-जन तक सरकार की ऑनलाइन सुविधायें पहुंचाकर बिचौलियों की दुकान गिराई और सभी को तेजी से और बिना किसी भेदभाव के लाभ पहुँचाया गया। कौशल विकास, स्किल इंडिया, PLI, स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाओं के साथ मोदी जी के नेतृत्व में देश में उद्यम एवं उद्योग को प्रोत्साहन देता एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया। देश में बढ़ते टैलेंट को दिशा देने के लिये मुद्रायोजना से स्वनिधि तक हर दिशा में सहायता उपलब्ध कराई गयी। मेक इन इंडिया ने आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार किया और आज हम सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था हैं| भारत इस समय दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।

विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर भारत इसी तरह बढ़ता रहा, तो यह 2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

30000 से अधिक नियमों को हटाया और आईटी सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया। भारत 2022 तक 108 यूनिकॉर्न स्टार्टअप के साथ दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्टार्टअप इकोसिस्टम बन रहा है। 315 नये स्पोर्टस इंफ्रास्ट्रक्चर मोदी सरकार के कार्यकाल में बने भारत में 2030 तक सर्वाधिक युवा आबादी होगी, ऐसे में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के साथ विश्वस्तर का ज्ञान, रोजगार के बढ़ते अवसर और शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण प्रदान करने के लिये मोदी जी ने संकल्पना की नई शिक्षा नीति की। सरल, सहज और विद्यार्थी की रुचियों के अनुरूप बनाई गयी यह शिक्षा नीति कौशल विकास और व्यक्तित्व के विकास पर निर्भर है जो व्यावहारिक ज्ञान के स्थान पर विद्यार्थियों की दक्षता बढ़ायेगी।

 

231 से ज्यादा चोरी हो गयी प्राचीन मूर्तियाँ और धरोहरें भारत वापस लायी गयी है। 31 राज्यों में 500 से अधिक स्थानों को जोड़ने के लिए थीम बेस्ड सर्किट्स का निर्माण हो रहा है।

प्रधानमंत्री जी ने समय-समय पर देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृति चिन्हों और वास्तु, पोशाक को अपनाया और एक भारत श्रेष्ठ भारत के मंत्र दिया। रिन्यूबल एनर्जी में विश्व में चौथे स्थान पर पहुंचा भारत। 35 लाख किसान उपयोग कर रहे हैं


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

5849


सबरंग