भाजपा का सत्ता में आने के समय सबसे बड़ा नारा रहा अपराध व भ्रष्टाचार मुक्त समाज अब हाल यह है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र व मिट्टी में मिलाने वाले प्रदेश के सीएम के वाराणसी में ही आए दिन कोई न कोई घटनाक्रम ऐसा हो जाता है कि इस दावे की पोल पट्टी खुल जाती है। अभी हाल ही में 2 हजार की नोटों की वापसी का ऐलान भारत सरकार ने किया और बनारस में लेने के देने पड़ गये।
वाराणसी में ही कार में 92.94 लाख रुपये लावारिश पाये गए। जिसके चलते पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है, कमिश्नरेट के अफसरों को प्रथमदृष्टया गड़बड़ी समझ में आई है। जिसे देखते हुए पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे को लाइन हाजिर कर दिया है। आम तौर पर यही देखने को मिलता है की कोई कानून विरोधी प्रकरण प्रकाश में आता है तो तुरन्त ही इलाके में तैनात कोई पुलिसकर्मी सस्पेंड हो जाता है या लाइन हाजिर। बहरहाल पुलिसीया कार्यवाही चालू है।
खोजवा चौकी इंचार्ज सुशील कुमार का तबादला कोतवाली थाने के लिए कर दिया गया है। पुलिस आयुक्त ने पूरे प्रकरण की जांच डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को सौंप कर उनसे विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। पुलिस आयुक्त ने डीसीपी काशी जोन को कहा है कि रुपये की बरामदगी का सच क्या है, इसके बारे में जल्द बताएं। पुलिस आयुक्त के आदेश के क्रम में डीसीपी काशी जोन ने जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा पुलिस आयुक्त ने इंस्पेक्टर राजेश सिंह को भेलूपुर और इंस्पेक्टर वेद प्रकाश राय को चेतगंज थाना प्रभारी के पद पर तैनात किया है।