वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है और बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक काशी भ्रमण पर आ रहे हैं। गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर लोग स्नान और पूजा अर्चना के लिए जाते है और साथ-साथ पर्यटक बोटिंग भी करते है। इस दौरान कई बार डूबने की घटनाएँ भी होती है। हालांकि घाटों पर मौजूद लोगों, नाविकों व मल्लाहों द्वारा डूबने वालों के बहुमूल्य जीवन को बचाने की कोशिश भी की जाती है, लेकिन प्राथमिक उपचार व घरेलू संसाधनों से बचाव उपकरण बनाने की प्रक्रिया का सही ज्ञान न होने पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए बुधवार को उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा, 11 एनडीआरएफ वाराणसी के दिशा-निर्देशन में विशेष सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम की मुहीम काशी के सभी प्रमुख घाटों पर लगातार चलाई जा रही है। जिसमें घाटों पर मौजूद नाव संचालकों, मल्लाहों, पुलिस कर्मियों, स्थानीय व घाटों पर आए लोगों को बचाव की तकनीकें सिखाई जा रही हैं। इसके साथ ही बाढ़ से बचाव की भी जानकारी दी जा रही है। इसी कड़ी में आज निरीक्षक आर बी गौतम, निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में एनडीआरएफ की प्रशिक्षित टीम द्वारा राजघाट पर विशेष सामुदायिक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान डूबने से बचाव, डूबे हुए पीड़ित से पानी निकालने की तकनीक, सीपीआर देना, घरेलू संसाधनों से तैरने वाले उपकरण बनाना आदि तकनीकों की जानकारी दी गई। जिसमें काफी संख्या में नाव संचालकों, मल्लाहों, स्थानीय व घाटों पर आए लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।