वाराणसी में आज शाम आंधी-तूफान के साथ कुछ देर के लिए जोरदार बारिश हुई। पूरे शहर में धूल के गुब्बार उड़े। इस दौरान गंगा में बोटिंग रोक दी गई। वाराणसी में आज सुबह भी घने बादल छाए हुए थे। मगर दोपहर तक धूप खिल उठी थी। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान था कि वाराणसी में आज दोपहर या शाम तक बारिश हो सकती है। बारिश दो दिन या इससे ज्यादा दिनों तक भी हो सकती है।
वाराणसी में बादल छाने की वजह से रविवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान सामान्य से रिकॉर्ड 10 डिग्री नीचे 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, इस तरह का तापमान और सुहाना मौसम मानसून के लिहाज से ठीक नहीं है। प्रो. श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल अप्रैल महीने में 5 बड़े वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आए। वाराणसी में अभी 3-4 दिन तक बारिश की उम्मीद है। यदि यही स्थिति कुछ और दिन बनी रही, तो मानसून के लिए काफी गड़बड़ है। मई भर मौसम ऐसा ही रहा तो फिर निश्चित रूप से मानसून कमजोर पड़ सकता है। भारत के लिए यह स्थिति बेहद भयावह होगी। विश्वविद्यालय में इस तरह के वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को लेकर रिसर्च किया जाएगा। यूरोप की भूमध्य सागर की स्थितियों का आकलन होगा।
वाराणसी में आज सुबह का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 7-8 दिनों से मौसम काफी सुहावना बना हुआ है। चुभती-जलती गर्मी से काशीवासियों को राहत मिली हुई है। सुबह और रात तेज हवा चल रही है और वहीं दोपहर में कड़ी धूप नहीं निकल रही है। फिलहाल वाराणसी में आज सुबह हवा काफी धीरे-धीरे बही। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि 6 मई तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।