अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज वाराणसी में अरविंद के समग्र शिक्षा विषय पर आधारित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए डॉ अपर्णा रॉय ( अरविंद सोसायटी नोएडा, नई दिल्ली ) ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा विद्यालय तक सीमित न होकर जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया के रूप में बच्चे के सर्वांगीण विकास के निमित्त होनी चाहिए।
संगोष्ठी में प्रथम दिन श्रीअरविंद केंद्र की समन्वयक और महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. मिथिलेश सिंह ने अपने वक्तव्य में विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री अरविंद की समग्र शिक्षा का उद्देश्य अपने अंतर्मन को जानना और हृदय से चीजों को ग्रहण करना है और समग्र शिक्षा में सत् चित्,आनंद से संबंध को निहित होता है। विषय प्रवर्तन करते हुए डॉ. प्रिया भारतीय ने कहा कि अरविंद की समग्र शिक्षा का संबंध व्यक्ति के मात्र बाह्य नहीं अपितु आंतरिक विकास से होता है।
विशिष्ट वक्ता प्रो. आकाश ने बताया कि जाति धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर स्व तथा आत्मचिंतन तक ले जाना ही श्री अरविंद की शिक्षा है।
प्रो. आभा सक्सेना ने कहा कि गिव एण्ड टेक का सामंजस्य और संतुलन ही अरविंद की समग्र शिक्षा है। संगोष्ठी में महाविद्यालय के समस्त प्रवक्तागण और छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. उषा बालचंदानी ने और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. ओ. पी. चौधरी ने किया।