आज कल युवाओं में हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं, कभी-कभी हार्ट अटैक इतना गंभीर होता है कि मेडिकल एड ना मिलने की वजह से तुरत मौत भी हो जाती है, इस विषय पर क्लाउन टाइम्स के पत्रकार दिनेश मिश्र ने हृदय रोग विशेषग्य डॉ. विकास अग्रवाल से अनौपचारिक बातचीत की। डॉ. विकास अग्रवाल ने बताया कि युवाओ में हार्ट अटैक की मुख्य वजह उनके खानपान, लाइफस्टाइल, धूम्रपान की आदत और शारीरिक श्रम न करना है, यदि वे अपने खान पान को लेकर सचेत रहे, बाहर के खाने एवं स्नैक्स को अवॉइड करें, और अपने डेली रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी शामिल करें, रोज़ 40 मिनट की वॉकिंग करें तो हार्ट अटैक होने के चांस बहुत कम हो जाते हैं। स्ट्रेस या तनाव भी एक बहुत बड़ा फैक्टर है इसके अलावा मोटापा बढ़ना, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, पूरी नींद ना लेना भी हार्ट अटैक के कारण हैं। डॉ. विकास अग्रवाल ने आगे बताया कि हमारे शहर और देश-दुनिया में हार्ट अटैक से होने वाली मौत के आंकड़ो में इजाफा हुआ है। हार्ट अटैक की स्थिति में रोगी को तुरंत नजदीक के अच्छे हृदय रोग विशेषज्ञ के पास ले जाना चाहिए। डॉ. प्राथमिक उपचार के तौर पर मरीज़ को ब्लड थिनर और कुछ दवाइया प्रेस्क्राइब करते हैं एवं आवश्यक जांच जैसे ईसीजी, इको,एंजाइम एवं आवश्यकता अनुसार एंजियोग्राफी की सलाह देते है। यदि हार्टअटैक की जांच एवं निदान सही समय पर हो जाए तो डॉक्टर मरीज की अवश्यकतानुसार इलाज करके उसकी जान बचाते हैं। यदि हार्ट अटैक नसो में गंभीर रूप से ब्लॉकेज की वजह से हुई है तो मरीज की आवश्यकतानुसार डॉक्टर के पास एंजियोप्लास्टी का भी विकल्प होता है। और इससे मरीज की जान को बचाया जा सकता है। डॉ. विकास अग्रवाल ने आगे यह सन्देश दिया कि हार्ट अटैक से बचने के लिए संतुलित भोजन लें, शारीरिक व्यायाम- योग करे एवं तंबाकू तथा धूम्रपान का सेवन न करें। इस तरह से शुगर एवं कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण करके स्वस्थ जीवनशैली अपनायें। यदि कोई समस्या है तो अपने हृदय रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।