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दंगे रोकने के लिए केंद्र एवं सभी राज्य सरकारों को योगी सरकार की कूटनीति लागू करनी चाहिए : समीर लोखंडे



 05/Apr/23

छत्रपति संभाजीनगर में हुए दंगे, षड्यंत्र है और औरंगाबादनाम का समर्थन करनेवालों की  विचाराधारा इस के लिए उत्तरदायी है। औरंगजेब का दारुल इस्लाम’ (इस्लाम का शासन) उद्देश्य सफल हो, इस हेतु बहुत परिश्रम लिए हैं। हिन्दुओं का एकत्रीकरण एवं हिन्दुओं में इस संदर्भ में सामाजिक जागृति का निर्माण करना होगा। वर्तमान में हो रहे दंगे रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कूटनीति, केंद्र एवं सभी राज्य सरकारों को लागू करनी चाहिए, ऐसा प्रतिपादन संभाजीनगर के भाजपा के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष समीर लोखंडे ने किया। वे हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित हेट स्पीचका आरोप हिन्दुओं पर, फिर रामनवमी के दंगाईयों पर मौन क्यों?’ पर विशेष संवाद में बोल रहे थे। सुदर्शन न्यूजके संभाजीनगर के प्रतिनिधि बाबूलाल राठौर ने कहा कि महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजीनगर में किया गया दंगा पूर्वनियोजित था। दंगाईयों के पास बडी मात्रा में पत्थर एवं पेट्रोल बम थे। पुलिस के सामने ही पुलिस विभाग के वाहनों को जला दिया गया। तब भी पुलिस ने दंगाईयों पर लाठीचार्ज तक नहीं किया। पुलिस ने दंगे के प्रमाणों को नष्ट करने का प्रयास किया। दंगे में जलाए गए वाहन पंचानामा किए बिना ही वहां से हटा दिए गए और मार्ग स्वच्छ कर दिया गया। एम.आइ.एम. के सांसद इम्तियाज जलील को दंगे की जानकारी पुलिस से पहले कैसे मिल हुई? कहीं दंगे के नियोजन में इम्तियाज जलील का हाथ तो नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए। दंगे के उपरांत पुलिस ने पत्रकारों को जले हुए वाहनों के छायाचित्र (फोटो) एवं वीडियो क्यों नहीं बनाने दिए? वास्तविकता को क्यों छुपाया गया  ये सभी प्रश्न अत्यंत गंभीर हैं।

हावडा, पश्चिम बंगाल के भारतीय साधक समाजके अनिर्बान नियोगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दंगे के संदर्भ में हिन्दुओं के विरुद्ध वक्तव्य देने से विशेषरूप से हिन्दू समाज की भारी क्षति पहुंची है। ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री के रूप में वक्तव्य देते समय विचारपूर्वक देना अपेक्षित था। उनके वक्तव्य से दंगाईया पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस भी भयभीत थी। पश्चिम बंगाल के दंगों की राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र (एन.आइ.ए. के) माध्यम से जांच होना आवश्यक है।

 हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता सतीश कोचरेकर ने कहा कि रामनवमी पर हुए दंगों से ऐसा ध्यान में आया है कि दंगाई प्रशिक्षित थे। अपना वर्चस्व अबाधित रखना, हम कैसे आक्रमक हैं, यह दिखाना, हिन्दू समाज सदैव भयग्रस्त रहे, इसलिए धर्मांधों का यह प्रयत्न है  देश के टुकडे करने के लिए मिनी पाकिस्ताननिर्माण करने का प्रयास है। अब समय की मांग है कि हिन्दुओं को हनुमानजी की भांति बलोपासना करनी चाहिए। संविधान ने प्रत्येक को आत्मरक्षा करने का अधिकार दिया है उसका उपयोग करना चाहिए।


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