बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा के नेतृत्व में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में सपा का खाता भी नहीं खुला।
ऐसे में समाजवादी पार्टी के अनुभवी नेता पूर्व महानगर अध्यक्ष दिलीप डे एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। बताते चलें कि दिलीप डे समाजवादी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल से ही वाराणसी शहर दक्षिणी में दादा के नाम से विख्यात रहे हैं, और पार्टी ने भाजपा के पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी के खिलाफ इन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ने मौका भी दिया था, लेकिन भाजपा के गढ़ में कोई खास सफलता नहीं मिली।
पार्टी ने एक बार फिर से इन्हें सपा महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर एक साथ दो चुनौती दिया है, पहला तो नगर निगम के चुनाव में भाजपा को सीधी टक्कर देना है और दूसरी 2024 का लोकसभा चुनाव। आज कैंट स्टेशन पहुंचने पर सपा कार्यकर्ताओं ने अपने नवनिर्वाचित महानगर अध्यक्ष दिलीप डे दादा का फूल मालाओं से लादकर भव्य स्वागत किया।
काशी पहुंचने पर हजारों की संख्या में जुटे सपा कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचकर पूरे जोश और खरोश के साथ नारेबाजी करते हुए फूल मालाओं से लादकर उनका जोरदार स्वागत किया। दादा ने भी सपा कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया, कैंट स्टेशन, लहुराबीर होते हुए दादा का जुलूस जिधर से भी गुजरा सपा कार्यकर्ताओं ने उनके स्वागत में बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया।