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विद्यालयों में अध्यापकों की समय से उपस्थिति हो सुनिश्चित : एस. राजलिंगम, डीएम



 01/Apr/23

मेन्यू के अनुसार मिड डे मील बनना सुनिश्चित हो, खाने में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए

जिलाधिकारी एस. राजलिगम की अध्यक्षता में जिला शिक्षा समिति के अंतर्गत जनपदीय टास्क फोर्स की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार हुई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कायाकल्प योजना अंतर्गत निर्धारित समस्त बिंदुओं पर तेजी से कार्य करते हुए विद्यालयों का संतृप्तिकरण किया जाए। अगली बैठक में कोई कार्य अधूरे नहीं रहने पाए। अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि कायाकल्प योजना के अंतर्गत अवशेष समस्त परिषदीय विद्यालयों में रैम्प एवं रेलिंग जल्द से जल्द अवश्य बन जाने चाहिये। जिन विद्यालयों में अभी भी बालक एवं बालिकाओं के लिए स्वच्छ शौचालय नहीं बना है वहां पर शत प्रतिशत शौचालयों का निर्माण प्रत्येक दशा में पूर्ण करा लिया जाए। सभी परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल का प्रबंध सुनिश्चित रहे। लक्ष्य के सापेक्ष समस्त विद्यालयों में टायलिंग का कार्य हर हाल में पूर्ण करा लिया जाए। इसके साथ ही समस्त विद्यालयों में बाउंड्री वाल का निर्माण शीघ्रतीशीघ्र पूर्ण करा लिया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जहां पर अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ है, वहां प्रत्येक दशा में कार्य प्रारंभ करा दिया जाए। उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत विद्यालयों में फर्नीचर निश्चित रूप से लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारीगण गंभीरता से लेते हुए कायाकल्प के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराएं। विद्यालयों में अध्यापकों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित हो, मेन्यू के अनुसार मिड डे मील बनना सुनिश्चित हो। खाने में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। कहीं से भी कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए इसमें शिथिलता या लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद तथा विकास खंड स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारीगण लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण अवश्य करें। निरीक्षण के दौरान कायाकल्प के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों, निर्धारित मानकों, मध्यान भोजन, अध्यापकों की समय से उपस्थित एवं पठन-पाठन की गुणवत्ता की प्रमुखता से जांच करें। उन्होंने ईट भट्टे और मलिन बस्तियों की सूची बनाकर बच्चों को स्कूलो में नामांकन कराएं।प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम 60 फ़ीसदी के ऊपर उपस्थिति प्रत्येक दशा में सुनिश्चित हो, इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास हो। बीईओ विद्यालयवार स्वयं रिव्यु करें। उपस्थिति बढ़ाने के लिए एक सप्ताह पूरे जिले में विशेष अभियान चलाएं। स्कूल टाइमिंग सहित पृथक से कम उपस्थिति वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की बैठके ले। बैठक में प्रेरणा पोर्टल पर अपलोडिंग, डीबीटी मॉडल, नया आधार, स्कूल चलो अभियान, मिशन प्रेरणा, फेज-दो, निपुण भारत के प्रभावी क्रियान्वयन, ऑपरेशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों में 19 पैरामीटर्स के संतृप्तिकरण आदि का विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।


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