हड़ताल में भाग लेने वाले सभी अभियंताओं एवं और अभियंताओं और नियमित तथा संविदा निविदा कर्मीयों का आभार ,साथ ही बनारस की समस्त पत्रकार बंधु प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं समस्त उपभोक्ता एवं जिला प्रशासन सहित एल.आई.यू. साथियों का भी संघर्ष समिति ने आभार प्रकट किया
विद्युत कर्मियों के सफल धर्म युद्ध आंदोलन में भाग लेने वाले सभी अधिशासी अभियंताओ ,उपखंड अधिकारियों , अवर अभियंताओ एवं नियमित तथा संविदा/ निविदा विद्युत कर्मियों का विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति वाराणसी आभार व्यक्त करती है साथ ही बनारस की समस्त पत्रकार बंधु प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं समस्त उपभोक्ता एवं जिला प्रशासन सहित एलआईयू साथियों का भी संघर्ष समिति आभार प्रकट करती है जिन्होंने बहुत ही धैर्य के साथ इस आंदोलन को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई। वर्तमान विद्युत हड़ताल ने साबित कर दिया है कि जयचंदों एवं चाटुकार सलाहकारों के भरोसे बिजली व्यवस्था नहीं चलाई जा सकती है ।बिजली व्यवस्था को कर्मचारी ही चला सकते हैं। संघर्ष समिति के सभी घटकों ने अभियंता संघ को अब गहन विचार कर अभियन्ता संघ के सदस्य मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता को भी आंदोलनों में सम्मिलित होने हेतु प्रयास करना चाहिए क्योंकि ये सभी पहले के समस्त आंदोलन का हिस्सा रहते थे वही दूसरी ओर सरकार के बर्खास्तगी आदेश के बाद भी संविदा/ निविदा कर्मचारी निर्भीक होकर हड़ताल में डटे रहे जिसके लिए संघर्ष समिति इनका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करती है जिसके लिए
केंद्रीय संघर्ष समिति को सरकार और ऊर्जा प्रबंधन से 3 दिसंबर 2022 के समझौते जिसमें संविदा निविदा कर्मियों को समान वेतन जो अभी अधिकतम रुपए 22000 मिल रहा है की मांग को प्राथमिकता पर पूरा करा कर जल्द से जल्द सभी संविदा/ निविदा कर्मियों के कम से कम रुपए 22 हजार प्रतिमाह भुगतान किए जाने का आदेश पारित कराया जाना चाहिए।सभी कर्मचारियों के कैशलेस उपचार का आदेश निर्गत कराया जाए तीन पदोन्नति पद समयबद्ध वेतनमान का आदेश निर्गत कराया जाए। एलएमबी 10 की वर्तमान विद्युत व्यवस्था वापस न ली जाए और यह व्यवस्था मिलती रहे आदि का आदेश जो 3 दिसंबर 22 के सरकार के प्रबंधन एवं संघर्ष समिति के मध्य हुए लिखित समझौते में है का आदेश अविलंब निर्गत कराया जाए। मीडिया प्रभारी अंकुर पांडेय ने संघर्ष समिति वाराणसी की ओर से पुनः सभी आंदोलनकारी अभियंताओं और अभियंताओं एवं नियमित तथा संविदा निविदा कर्मियों का सफल हड़ताल के लिए आभार व्यक्त किया एवं हड़ताल से जनता को हुए कष्ट के लिए खेद व्यक्त किया।